सिर्फ जेनेरिक दवा लिखेंगे रिम्स के डॉक्टर, 80% तक बचेगा मरीजों का पैसा, जानें क्या आदेश आया
Ranchi Rims News: झारखंड के वो मरीज जो रांची रिम्स में इलाज कराते हैं, उनके लिए खास खबर है. अब रिम्स में मरीजों को महंगी दवा नहीं लेनी पड़ेगी. इसके लिए रिम्स प्रशासन का आदेश आ गया है. जानें सब...

Ranchi Rims. झारखंड की राजधानी रांची स्थित रिम्स में इलाज करने के लिए झारखंड के कई जिलों से लोग आते हैं, पर कई बार देखा जाता है कि डॉक्टर ब्रांडेड दवाई लिख देते हैं. इसको खरीदने में मरीजों की हालत खराब हो जाती है. कई दफे एक मलहम की कीमत 300 से 400 रुपये के बीच होती है. ऐसे में अब मरीजों के लिए बड़ी राहत की खबर है. अब उन्हें दवाओं के लिए बड़ी रकम नहीं चुकानी होगी.
क्योंकि, रिम्स प्रबंधन ने डॉक्टरों को आदेश दिया है कि उन्हें सिर्फ अब जेनेरिक दवाएं ही लिखनी पड़ेंगी. ब्रांडेड दवा ना लिखें. क्योंकि, इससे मरीजों पर खर्च का बोझ बहुत ही बढ़ जाता है. जेनेरिक दवाएं ब्रांडेड के मुकाबले काफी सस्ती आती हैं. ऐसे में मरीजों ने भी इस फैसले को लेकर खुशी जाहिर की और कहा इससे हमारी आर्थिक स्थिति काफी सुधरेगी.
मरीज को मिलेगी राहत
रिम्स के पीआरओ डॉ. राजीव रंजन ने बताया, अगर ब्रांडेड दवा और जेनेरिक दवा के बीच का फर्क दिखे तो दाम के मामले में 70 से 80% का फर्क दिखता है. मान लीजिये जो दवा बाहर में ब्रांड की ₹100 की होगी. वह यहां के जन औषधि केंद्र में महज ₹20 में ही मिल जाएगी. इसे सीधे तौर पर मरीजों के जेब को राहत मिलेगी और इलाज कराना भी काफी सहूलियत हो जाएगा.
बचेंगे मरीजों के पैसे
वहीं, दिलीप बताते हैं, मैं तो पत्नी और बच्चे को लेकर चतरा से आया हूं. जब भी दिखने जाता हूं तो टेंशन होती है कि अब नहीं पता कितने की दवा लिख देंगे. ऐसे में यह खबर सुनकर थोड़ी राहत मिल रही है. इससे न सिर्फ हमारी हालत सुधरेगी, बल्कि कई बार तो 1000 से ₹2000 केवल दवा पर लगते हैं, वो बचेंगे. अगर 80% कम हो गया तो 200 से 300 में हो जाएगा.
दवा का खर्च तो कम होना ही चाहिए
मो. आलम बताते हैं, हम लोग हमेशा यहां आते हैं. हालांकि इलाज तो सस्ता है, लेकिन यह सच है कि दवा महंगी है. ऐसे भी सरकारी अस्पताल में दवा सस्ती होनी चाहिए. तभी यहां इलाज कराना पूरी तरह फायदेमंद रहेगा. यह खबर सुनकर काफी अच्छा लगा कि अब सस्ती दवा लिखी जाएगी. इलाज सस्ता हो जाए और दवा का दाम सस्ता हो जाए और क्या चाहिए. इससे हमारे घर का बजट भी नहीं बिगड़ेगा.
खुलेंगे और केंद्र
बताते चलें, फिलहाल, रिम्स कैंपस में केवल दो ही प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र हैं. लेकिन, इस फैसले के बाद और तीन केंद्र और खोलने की पूरी तैयारी कर ली गई है. ऐसे में अब लोगों को लंबी लाइन भी नहीं लगानी पड़ेगी और अब उन्हें रिम्स के कैंपस के अंदर के केंद्र से ही जेनेरिक दवाएं सस्ते में मिल जाएंगी.