शरीर में पानी की कमी से 32 साल के एक CEO को आया हार्ट अटैक, पहले से कोई बीमारी नहीं, आखिर क्यों हुआ ऐसा
Heart Attack due to Dehydration: क्या शरीर में पानी की कमी से किसी को हार्ट अटैक आ सकता है. जवाब है आ सकता है वो भी भरी जवानी में, जानिए क्यों.
Heart Attack due to Dehydration: गर्मी के दिनों में यदि आप पानी कम पीते हैं तो सतर्क हो जाएं, इससे हार्ट अटैक जैसी जानलेवा मुसीबत भी सामने आ सकती है. चाहे आप कितना भी फिट है तो भी शरीर में पानी की कमी से हार्ट अटैक आ सकता है. एक 32 साल के सीईओ जो काफी फिट हैं और अक्सर मैराथन दौड़ में भाग लेते थे, उन्हें हार्ट अटैक के कारण आईसीयू में भर्ती कराया गया. डॉक्टरों के लिए यह हैरानी की बात थी क्योंकि उनके पास पहले से कोई हार्ट से संबंधित कोई बीमारी नहीं थी न ही उनकी जीवनशैली में कोई बड़ा खतरा नजर आया. जब उनके खून की गहराई से जांच की गई तब पता चला कि आखिर माजरा क्या था.

पानी की कमी से खून गाढ़ा हो गया
दरअसल, खून की जांच में पता चला कि उनके हीमोग्लोबिन स्तर 18 g/dL तक पहुंच गए थे, जो कि नॉर्मल रेंज 17.2 g/dL से कहीं ज्यादा था. डॉक्टरों के लिए यह बहुत बड़ा क्लू था. इस कारण उनका खून बहुत ज्यादा गाढ़ा हो गया था. इस गाढ़ेपन के कारण धमनियों से खून का सही से प्रवाह नहीं हो पाया और एक दिन अचानक हार्ट अटैक आ गया. यह गंभीर डिहाइड्रेशन का एक क्लासिक परिणाम है. इस गाढ़ेपन ने धमनियों में रुकावट पैदा की और दिल का दौरा पड़ा. इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक समय रहते ब्लड थिनर्स और आईवी फ्लूइड्स से इलाज करने पर लंबे समय का नुकसान टल गया. लेकिन यह कोई दुर्लभ घटना नहीं है. यह एक चेतावनी है कि यदि आप पर्याप्त पानी नहीं पिएं तो आपको भी हार्ट अटैक हो सकता है.
क्यों हुआ खून गाढ़ा
टीओआई की खबर ने एक्सपर्ट के हवाले से बताया है कि पानी शरीर के पूरे सिस्टम में ब्लड सर्कुलेशन को तेज करता है या खून को एक जगह से दूसरी जगह पहुंचाने में मदद करता है. अगर पानी की कमी हो जाए तो पूरे शरीर में सर्कुलेशन खराब हो जाता है. अगर खून में पानी का बैलेंस सही न हो तो खून गाढ़ा हो जाता है. यह ठीक उसी तरह है जैसा कि शुद्ध शहद में पतला पाइप या स्ट्रॉ लगाकर इसे खींचना. गाढ़ा रक्त दिल पर अतिरिक्त दबाव डालता है, जिससे दिल को और मेहनत करनी पड़ती है. जब कोई ज्यादा मेहनत करता है या ज्यादा शारीरिक गतिविधियां करता है या गर्मी के संपर्क में आता है तो रक्त का थक्का बना सकता है या दिल का दौरा भी पड़ सकता है. सीईओ का मामला दिखाता है कि यह खतरा कितनी चुपचाप बन सकता है.
कैसे पता करें कि शरीर में पानी की कमी हो गई
शरीर में अगर पानी की कमी हो जाए तो इसके संकेत अक्सर धीमे होते हैं. इसी कारण लोग इसे नजरअंदाज कर देते हैं. अगर शरीर में पानी की कमी हो जाए तो अलग तरह से सिर दर्द होता है. वर्कआउट के दौरान या रनिंग के दौरान दिल की धड़कन बहुत तेज हो जाती है. मामूली थकान होने पर भी पैरों या पिंडलियों में ऐंठन होने लगता है. पेशाब का रंग पीला या भूरा होने लगता है.
सिर्फ पानी पीने से काम नहीं चलेगा
शरीर में पानी की कमी को पूरा करने का यह मतलब नहीं है कि आप एक या दो लीटर पानी भी लिए और हो गया. पानी के साथ-साथ आपको आवश्यक मिनिरल्स की भी पूर्ति करनी होगी. जब शरीर में इलेक्ट्रोलाइट्स की कमी हो जाएगी तो हार्ट अटैक का खतरा बढ़ेगा. इसलिए सोडियम, पोटैशियम की पूर्ति होनी भी जरूरी है. लंबे समय तक कड़ी वर्कआउट के बाद शरीर सोडियम और पोटैशियम जैसे इलेक्ट्रोलाइट्स खोता है, जिन्हें सिर्फ सादा पानी वापस नहीं ला सकता. ऐसे में नारियल पानी, नींबू पानी में चुटकी भर नमक या ORS कारगर विकल्प हैं. ध्यान देने योग्य बात यह है कि ज्यादा सादा पानी पीने से भी शरीर से जरूरी लवण बाहर निकल सकते हैं, जिससे थकान बढ़ सकती है. ऐसे में शरीर में सब कुछ का बैलेंस होना जरूरी है.