बड़े काम की है यह मशीन, आंखों की गहराई से जांच करने में है सक्षम, बिहार के इस अस्पताल में मिलेगी सुविधा
Mahavir Netralaya OCT Machine: गरीबों के अस्पताल के नाम से चर्चित महावीर नेत्रालय में कम खर्च में अत्याधुनिक मशीनों से इलाज होती है. यहां ऑप्टिकल कोहेरेंस टोमोग्राफी मशीन की मदद से आंखों की गहराई से जांच की जाती है. महावीर नेत्रालय के डायरेक्टर डॉ. यूसी माथुर ने लोकल 18 को बताया कि बिहार में पहली बार इस मशीन को हमारे अस्पताल में लगाया गया है.

पटना. गरीब मरीजों के लिए पटना का महावीर नेत्रालय किसी वरदान से कम नहीं है. यहां पैसों की कमी की वजह से कोई भी मरीज इस अस्पताल की चौखट से वापस नहीं लौटता. गरीबों के अस्पताल के नाम से चर्चित महावीर नेत्रालय में कम खर्च में अत्याधुनिक मशीनों से इलाज होती है. ऐसी ही एक मशीन है ओसीटी यानी ऑप्टिकल कोहेरेंस टोमोग्राफी. इस मशीन का उपयोग उपयोग आंखों की गहराई से जांच करने के लिए किया जाता है.
खासकर रेटिना और ऑप्टिक नर्व की जांच बेहद आसान हो जाती है. खुशी की बात यह है कि इस मशीन की सुविधा बेहद कम चार्ज में महावीर नेत्रालय में उपलब्ध है. महावीर नेत्रालय के डायरेक्टर डॉ. यूसी माथुर ने लोकल 18 को बताया कि बिहार में पहली बार इस मशीन को हमारे अस्पताल में लगाया गया है.
जानें इस मशीन की खासियत
डायरेक्टर डॉ. यूसी माथुर के अनुसार महावीर नेत्रालय में 16 जनवरी 2024 को इस आधुनिक मशीन को इंस्टॉल किया गया था. यह उस समय राज्य की पहली ओसीटी मशीन थी. इस मशीन के जरिए रेटीना और ग्लूकोमा से जुड़ी सभी प्रकार की टेस्टिंग बिना किसी जटिल प्रक्रिया के की जा सकती है. इसके जरिए रेटिना की परतों में सूजन या खिंचाव, ग्लूकोमा की पहचान, डायबिटिक रेटिनोपैथी, मैक्युलर डिजनरेशन, ऑप्टिक नर्व की स्थिति सहित कई तरह की टेस्टिंग आसानी से हो जाती है. बिना टच किए या इंजेक्शन दिए जांच संभव है. इसके अलावा इससे जांच करना बिलकुल दर्द रहित प्रक्रिया है और रिपोर्ट भी तुरंत तैयार हो जाती है. उन्होंने आगे बताया कि आंख के अंदर की परतों की 3D इमेज बनाकर जानकारी देता है.
बेहद कम है इसका खर्च
डॉ. यूसी माथुर ने लोकल 18 से बातचीत में बताया कि यह मशीन इतनी आधुनिक है कि इसे अपडेट करने के लिए दूसरी मशीन की जरूरत नहीं होती. इसी में अपडेट की सुविधा है. आंख के भीतरी हिस्सों की बारीकियों को बेहद क्लियर रूप से बताने में यह मशीन कारगर है. जब यह मशीन लगाई गई थी, तब इसकी लागत करीब 60 लाख रुपये थी. लेकिन यह अस्पताल गरीब और जरूरतमंद मरीजों की सेवा के लिए जाना जाता है, इसलिए इसके उपयोग का शुल्क केवल 1500 रुपये रखा गया है.
यह है ओपीडी की टाइमिंग
महावीर नेत्रालय में ओपीडी की टाइमिंग सुबह 9 बजे से 5 बजे तक है. दो बजे तक सर्जन ओपीडी करते हैं और फिर ऑपरेशन करते हैं. टाइम भले ही 5 बजे तक है, लेकिन सर्दियों के समय में मरीजों की संख्या अधिक रहने पर देर रात तक भी सर्जरी होती रहती है. नेत्रालय के ओपीडी में प्रतिदिन 175 से 200 मरीज रजिस्ट्रेशन कराते हैं. ठंड के मौसम में ओपी़डी और मोतियाबिंद की सर्जरी कराने वाले मरीजों की संख्या में वृद्धि हो जाती है.