Trending:
See this Page in:
app image

News18 ऐप में बेहतर न्यूज़ अनुभव

इंस्टॉल ऐप
browser image

ब्राउज़र में ही

जारी रखें
गूगल पर
News18 चुनें

सहरसा के 'कोशी आम' के आगे फीका है मलिहाबादी आम, बाजार में आने को तैयार, खरीदने के टूट पड़ते हैं लोग

Reported by:
Edited by:
Last Updated:

सहरसा के सिमरी बख्तियारपुर के आमों की मिठास और लोकप्रियता बिहार के बाहर भी प्रसिद्ध है. जून से आम तोड़ने की प्रक्रिया शुरू होगी. गुलाब खास आम की मांग सबसे अधिक है.

impact short icon
इम्पैक्ट शॉर्ट्ससबसे बड़ी खबरों तक पहुंचने
का आपका शॉर्टकट
गूगल पर
News18 चुनें
 

सहरसा. सहरसा सहित अन्य जिलों के बाजारों में जल्द ही आपको कोशी के आमों की सुगंध मिलेगी. अगले महीने, यानी जून से, सहरसा जिले के बाजारों में सिमरी बख्तियारपुर सहित अन्य इलाकों के आम बागानों से आम तोड़ने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी.

सहरसा जिले के सिमरी बख्तियारपुर में छोटे वृंदावन के नाम से प्रसिद्ध आम के बागान में तैयारियां शुरू हो चुकी हैं. बागान में रहने वाले लोगों ने बताया कि अगले महीने से आम तोड़ने की प्रक्रिया शुरू होगी, जो तीन महीने तक चलेगी. इसके साथ ही, बाजारों में भी इस इलाके के आम उपलब्ध होंगे.

सहरसा के आमों की मिठास
सहरसा जिले के सिमरी बख्तियारपुर के आमों की चर्चा बिहार के बाहर भी होती है. यहां के आमों की मिठास के लोग दीवाने हैं. यही कारण है कि हर साल लोग इस इलाके के आमों का बेसब्री से इंतज़ार करते हैं. बागान की देखरेख करने वाले जमशेद आलम ने बताया कि जनवरी से ही तैयारियां शुरू हो जाती हैं. यह बागान 51 बीघा में फैला हुआ है, जिसमें कई किस्म के आम उगाए जाते हैं. इनमें मालदा, बम्बई, किसन भोग, आलू जर्दा, फैजली, गुलाब खास, कद्दू आम, भरत भोग, मलिका, आम्रपाली, हिमसागर, बीजू जैसी किस्में शामिल हैं.

यह भी पढ़ें- सालों नहीं करनी पड़ेगी पानी की टंकी की सफाई… बस पानी में डाल दें ये लकड़ी, RO से भी महंगा था इस झील का पानी

व्यापार और लोकप्रियता
यहां अलग-अलग राज्यों से व्यापारी पहुंचते हैं और इस बागान के आमों को ट्रांसपोर्ट के ज़रिए अपने राज्यों में ले जाते हैं. छोटे वृंदावन के नाम से मशहूर सिमरी बख्तियारपुर का यह बागान अपनी खास किस्म के आमों के लिए जाना जाता है. खास तौर पर गुलाब खास आम की मांग सबसे ज़्यादा है. यह आम न केवल देखने में खूबसूरत है, बल्कि खाने में भी उतना ही स्वादिष्ट और मिठास से भरा होता है. लोग इसे बड़े चाव से खाते हैं और इसे संदेश के रूप में विदेश भी ले जाते हैं.

About the Author

with more than 4 years of experience in journalism. It has been 1 year to associated with Network 18 Since 2023. Currently Working as a Senior content Editor at Network 18. Here, I am covering hyperlocal news for local 18. I have also worked at ETV BHARAT (Hyderabad) as a content writer and Researcher. I Graduated in Journalism from Jamia Millia Islamia. I have mainly covered social, political, crime, motivational and innovative stories Along with business, entertainment and lifestyle. I am also interested in data journalism.
न्यूज़18 को गूगल पर अपने पसंदीदा समाचार स्रोत के रूप में जोड़ने के लिए यहां क्लिक करें।
homelifestyle
सहरसा के 'कोशी आम' के आगे फीका है मलिहाबादी आम, बाजार में आने को तैयार
और पढ़ें

फोटो

ये हैं जयपुर ग्रामीण के टॉप 5 स्कूल, जानें एडमिशन प्रोसेस और खासियत

अजय की मूवी की नीलम परी, डेब्यू करते ही मचाया तलहका, 1 गाने ने बनाया स्टार

कब्र खोदकर लाश खा जाता है यह मुर्दाखोर? जानें कबर बिज्जू की सच्चाई

नर्मदा परिक्रमा की राह होगी आसान, बनेंगे ईको-फ्रेंडली रेस्ट हाउस और टॉयलेट

सरसों की खेती किसानों को बना देगी करोड़पती ! यहां जानें कैसे और कब करें बुवाई

और देखें

ताज़ा समाचार

मुंह में छालों से हैं परेशान, अपनाएं 5 असरदार घरेलू नुस्खे, तुरंत मिलेगा आराम

क्या ड्रिंकिंग वॉटर से भी दिमाग में पहुंच सकता है ब्रेन ईटिंग अमीबा? जानें सच

शारदीय नवरात्रि, चैत्र नवरात्रि और गुप्त नवरात्रि में क्या है अंतर? तीनों अलग

क्या सच में रिवर्स हो सकती है डायबिटीज? सोशल मीडिया के दावे में कितनी हकीकत

मेंटल हेल्‍थ के लिए क्‍यों अच्‍छी है फ्लर्टिंग? जानें इसके फायदेऔर सही तरीका

और पढ़ें