क्या होता है 'मॉक चिकन'? शाकाहारी विराट कोहली भी खूब लेते हैं इस Non-Veg डिश का स्वाद
विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लिया, जिससे फैंस दुखी हैं. विराट का स्टारडम ऐसा है कि वो कुछ भी करते हैं, इंटरनेट पर वायरल हो ही जाता है.विराट कोहली और अनुष्का शर्मा मांसाहार नहीं खाते. लेकिन हाल ही में विराट का नॉन वेज खाते हुए एक वीडियो वायरल हुआ था.
What is Mock Chicken?: विराट कोहली (Virat Kohli) ने पहले टी-20 और आज टेस्ट क्रिकेट से भी संन्यास ले लिया. टेस्ट क्रिकेट से विराट की विदाई सुनते ही लाखों फैंस के दिल टूट गए. इंग्लैंड दौरे से ठीक पहले विराट का अचानक रिटायरमेंट लेना भारतीय क्रिकेट के लिए किसी झटके से कम नहीं है. हालांकि विराट के इस रिटायरमेंट पर उनकी पत्नी अनुष्का ने भी लिखा कि ‘वो खुद चाहती थीं कि विराट टेस्ट क्रिकेट से सबसे आखिर में रिटायरमेंट लें’. पर विराट ने फैसला ले लिया है. विराट कोहली एक ऐसी शख्सियत हैं, जिनका कद सिर्फ एक क्रिकेटर के रूप में सीमित नहीं है. विराट का स्टारडम ऐसा है कि वो कुछ भी करते हैं, इंटरनेट पर वायरल हो ही जाता है. हाल ही में विराट का एक और वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें ‘शाकाहारी’ विराट कोहली चिकन खाते हुए नजर आ रहे थे. जिसके बाद कई लोग उनके पीछे पड़ गए.

विराट कोहली और अनुष्का शर्मा मांसाहार नहीं खाते. बल्कि ये जोड़ी तो वीगन बन गई हैं. वीगन डाइट फोलो करने वाले लोग तो जानवरों से मिलने वाली कोई चीज नहीं खाते. यानी दूध-दही या पनीर भी नहीं. फिर वो कौनसा चिकन है, जिसे विराट कोहली वीगन होने के बाद भी खा रहे हैं? ये है मॉक चिकन. आइए बताते हैं आपको कि आखिर क्या होता है ये मॉक चिकन.
मॉक चिकन आपको शाकाहारी रहते हुए भी भरपूर प्रोटीन देता है.
क्या होता है मॉक चिकन?
मॉक चिकन (Mock Chicken) ऐसा ‘नकली चिकन’ है, जो चिकन के जैसा दिखता है, उसके जैसा स्वाद देता है लेकिन असल में चिकन नहीं होता. बल्कि ये चिकन का एक शाकाहारी विकल्प होता है. इसे आमतौर पर उन लोगों के लिए बनाया जाता है जो शाकाहारी हैं या मांस से परहेज करते हैं लेकिन फिर भी चिकन जैसा अनुभव चाहते हैं. मॉक चिकन सोया प्रोटीन, सीतान (Seitan) यानी गेहूं से बना प्रोटीन, टोफू या टेम्पेह (सोया आधारित उत्पाद), जैकफ्रूट (यानी कटहल – फाइबरयुक्त बनावट के कारण चिकन जैसा लगता है) जैसे शाकाहारी विकल्पों से बनता है. इस तरह के मॉक चिकन को मसालों और स्वादों के ज़रिए चिकन जैसा स्वाद देने की कोशिश की जाती है.
शाकाहारी होकर भी, क्यों खाते हैं लोग मॉक चिकन?
अब सवाल उठता है कि जब कोई व्यक्ति शाकाहारी है, मांस नहीं खाता तो उसे मॉक चिकन को खाने की क्या जरूरत है? दरअसल विराट कोहली या फुटबॉलर सुनील छेत्री जैसे कई खिलाड़ी हैं जो समय के साथ मांसाहारी से शाकाहारी बन गए हैं. इसके अलावा कई शाकाहारी लोग मांस से तो परहेज करते हैं, पर उससे मिलने वाले प्रोटीन और ताकत को जरूर पाना चाहते हैं. ऐसे में ये मॉक चिकन आपको शाकाहारी रहते हुए भी भरपूर प्रोटीन देता है.
1. कोलेस्ट्रॉल फ्री: मॉक चिकन जानवरों से नहीं बनता. यही वजह है कि इसमें कोलेस्ट्रॉल नहीं होता.
2. प्रोटीन से भरपूर: शाकाहारियों में प्रोटीन की जरूरत को पूरा करने के लिए ये बेहतर विकल्प हैं. विशेषकर सोया और सीतान आधारित विकल्प.
3. कम फैट: अगर आप इस तरह के मॉक चिकन को डीप फ्राई नहीं करते, तो इसमें कम फैट होता है.
मॉक चिकन (Mock Chicken) ऐसा ‘नकली चिकन’ है, जो चिकन के जैसा दिखता और स्वाद देता है.
सावधानियां भी हैं जरूरी
ऐसा नहीं है कि मॉक चिकन के बस फायदे ही फायदे हैं. ये याद रखने की जरूरत है कि ये ज्यादातर मॉक मीट प्रोसेस्ड होते हैं, जिनमें प्रिज़र्वेटिव, आर्टिफिशियल फ्लेवरिंग और सोडियम की मात्रा ज्यादा हो सकती है. तो अगर आप प्रोसेस्ड फूड से दूर रहते हैं तो आपको इस विकल्प को चुनने से पहले सोचना चाहिए. कई लोगों को सोया या ग्लूटेन से एलर्जी होती है. उन्हें इसे खाने से बचना चाहिए. इसके अलावा पैकेज्ड मॉक चिकन में हाई सोडियम कंटेंट होता है, जो ब्लड प्रेशर वालों के लिए सही नहीं. यानी मॉक चिकन के साथ क्वालिटी एक बड़ा सवाल है, जिसका जवाब जानकर ही आपको इसे चुनना चाहिए.