कर्नाटक में सिद्धारमैया ने बुलाई कांग्रेस विधायकों की बैठक, चार बागियों पर टिकी नजर
बैठक से पहले सिद्धारमैया ने पार्टी के सभी विधायकों को नोटिस भेजा है. इस नोटिस में लिखा है कि बैठक में अनुपस्थिति को गंभीरता से लिया जाएगा और एंटी-डिफेक्शन लॉ के तहत कार्रवाई भी की जा सकती है.
कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस विधायक दल के नेता सिद्धारमैया ने सोमवार को एक बार फिर कांग्रेस विधायक दल की बैठक बुलाई है. हॉर्स ट्रेडिंग की कोशिश की खबरों के बीच कांग्रेस ने अपने विधायकों को बेंगलुरु के रिजॉर्ट में बंद रखा है. सबकी नजर पार्टी के चार बागी विधायकों पर है जिन्हें विधायक दल की पिछली बैठक में हिस्सा नहीं लिया था.

कांग्रेस ने एक दिन पहले ही चारों बागी विधायकों को नोटिस भेजकर उनके बैठक में शामिल नहीं होने की वजह पूछी है. कांग्रेस ने चारों विधायकों को चेतावनी भी दी है कि उनके खिलाफ एंटी-डिफेक्शन कानून के तहत कार्रवाई की जा सकती है.
हाल ही में, विधायक आनंद सिंह और जेएन गणेश के बीच ईगलटन रिजॉर्ट में हाथापाई हो गई थी. कांग्रेस नेता जमीर अहमद ने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा कि इसी वजह से यह बैठक बुलाई गई है.
इससे पहले शुक्रवार को विधायक दल की बैठक बुलाई गई थी. जिसमें रमेश जर्किहोली, बी नागेंद्र, उमेश जाधव और महेश कुमाताहल्ली शामिल नहीं हुए थे. इन चारों के बैठक में नहीं आने से कयास लगने शुरू हो गए थे कि बीजेपी कुमारस्वामी की नेतृत्व वाली सरकार को गिराने के लिए ऑपरेशन कमल चला रही है.
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सिद्धारमैया ने सोमवार की बैठक से पहले पार्टी के सभी विधायकों को नोटिस भेजा है. इस नोटिस में लिखा है कि बैठक में अनुपस्थिति को गंभीरता से लिया जाएगा और एंटी-डिफेक्शन लॉ के तहत कार्रवाई भी की जा सकती है.
कांग्रेस से उच्च सूत्रों ने शुक्रवार को कहा था कि कम से कम 8 विधायक बीजेपी की तरफ हो गए हैं. हालांकि जेडीएस और कांग्रेस दोनों ही पार्टियों ने विश्वास जताया है कि उनकी गठबंधन की सरकार पांच साल पूरा करेगी.
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