शिव विधानसभा सीट: इस क्षेत्र पर टिकी हैं राजनीतिक समीक्षकों की नजरें
बाड़मेर जिले का शिव विधानसभा क्षेत्र इस बार प्रदेश में बेहद चर्चा में बना हुआ है. शिव विधायक मानवेन्द्र सिंह द्वारा बीजेपी का दामन छोड़कर कांग्रेस का हाथ थाम लेने के बाद इस सीट पर सभी की नजरें हैं.
बाड़मेर जिले का शिव विधानसभा क्षेत्र इस बार प्रदेश में बेहद चर्चा में बना हुआ है. गत बार शिव से बीजेपी की टिकट पर चुनाव जीतकर विधानसभा पहुंचने वाले विधायक मानवेन्द्र सिंह ने पिछले दिनों 'कमल का फूल, हमारी भूल' कहते हुए पार्टी का दामन छोड़कर कांग्रेस का हाथ थाम लिया था. तभी से यह सीट चर्चा का विषय बनी हुई है. इस बार राजनीतिक समीक्षकों की इस सीट पर नजरें टिकी हुई हैं. यहां इस बार बीजेपी और कांग्रेस दोनों में कड़ी टक्कर है.

जोधुपर संभाग के इस विधानसभा क्षेत्र में कुल 253819 मतदाता हैं. इनमें से 136266 पुरुष, 117552 महिला और एक ट्रांसजेंडर मतदाता है. यहां महिला-पुरुष मतदाताओं का अनुपात 86.27 है. बाड़मेर-जैसलमेर लोकसभा क्षेत्र में आने वाली शिव विधानसभा सीट के लिए इस बार कुल पांच उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं. कांग्रेस ने इस बार भी अपने पुराने प्रत्याशी पूर्व मंत्री अमीन खान को चुनाव मैदान में उतारा है. वहीं बीजेपी ने यहां राजपूत प्रत्याशी के बदले फिर एक बार राजपूत प्रत्याशी पर ही भरोसा किया है. बीजेपी से यहां खुमाण सिंह चुनाव मैदान में हैं.
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बीजेपी कर रही है यहां सीट बचाने का प्रयास
इस सीट पर विधानसभा चुनाव-2013 में बीजेपी के मानवेन्द्र सिंह ने कांग्रेस के अमीन खान को 31425 मतों के अंतर से हराया था. सिंह को 100934 वोट मिले थे, जबकि कांग्रेस के उम्मीदवार रहे अमीन खान के खाते में 69509 मत आए थे. वहीं विधानसभा चुनाव-2008 में कांग्रेस के अमीन खान ने 75787 मत लेकर बीजेपी के जालम सिंह रावलोत को 29860 मतों से पराजित किया था. रावलोत को 45927 मत मिले थे. हाल ही में मानवेन्द्र सिंह द्वारा बीजेपी छोड़ देने के बाद बीजेपी अपनी सीट को बचाने के प्रयास में जुटी हुई है.
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