बार-बार चेंजिंग रुम में घुसता था गार्ड, अंदर करता था घिनौना काम, मोबाइल से मिला घटिया सबूत!
जोधपुर के मथुरादास माथुर अस्पताल से एक बेहद शॉकिंग मामला सामने आया, जिसने सभी को हैरान कर दिया. अस्पताल का एक गार्ड एमआरआई सेंटर के चेंजिंग रुम में कपड़े बदलते लोगों का वीडियो बनाया करता था. अब उसने इसके तरीके का खुलासा किया है.
जोधपुर, राजस्थान के मथुरादास माथुर अस्पताल में एक सनसनीखेज और शर्मनाक घटना ने लोगों को स्तब्ध कर दिया है. अस्पताल के MRI सेंटर के चेंजिंग रूम में एक सुरक्षा गार्ड द्वारा छिपे हुए मोबाइल कैमरे से महिलाओं के कपड़े बदलते समय वीडियो रिकॉर्ड करने का मामला सामने आया है. इस घटना ने न केवल अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं बल्कि महिलाओं की निजता और सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता पैदा की है.

पुलिस ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए आरोपी सुरक्षा गार्ड रहीमुद्दीन अब्बासी को गिरफ्तार कर लिया है. शास्त्रीनगर थाना पुलिस के अनुसार, रहीमुद्दीन पावटा सर्कल के पास हाथियों की बावड़ी का निवासी है और वह पिछले सात महीनों से एक निजी सुरक्षा कंपनी के माध्यम से MRI सेंटर में गार्ड के रूप में कार्यरत था. उसका चेंजिंग रूम तक पहुंचना आसान था, जिसका उसने गलत फायदा उठाया.
ऐसे पकड़ाया गार्ड
घटना का खुलासा तब हुआ जब न्यूरो वार्ड में भर्ती एक महिला मरीज MRI स्कैन के लिए चेंजिंग रूम में गई. कपड़े बदलते समय उसे संदेह हुआ कि कमरे में कुछ असामान्य है. उसने सावधानी से जांच की तो उसे एक छिपा हुआ मोबाइल कैमरा मिला, जो रिकॉर्डिंग कर रहा था. महिला ने तुरंत इसकी सूचना अस्पताल प्रशासन और पुलिस को दी. शास्त्रीनगर थाना पुलिस ने मौके पर पहुंचकर रहीमुद्दीन को हिरासत में लिया और उसके मोबाइल की जांच की. पुलिस जांच में रहीमुद्दीन के मोबाइल से चार आपत्तिजनक वीडियो बरामद हुए, जिनमें महिलाओं के कपड़े बदलते समय की रिकॉर्डिंग थी. प्रारंभिक पूछताछ में उसने स्वीकार किया कि उसने ये वीडियो व्यक्तिगत उपयोग के लिए बनाए थे. हालांकि, पुलिस को शक है कि उसने कई अन्य वीडियो और महत्वपूर्ण डेटा डिलीट कर दिया होगा. इसकी पुष्टि के लिए मोबाइल को फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (FSL) भेजा गया है, जहां डिलीट डेटा को रिकवर करने की कोशिश की जाएगी.
बढ़े हैं ऐसे मामले
यह घटना केवल मथुरादास माथुर अस्पताल तक सीमित नहीं है बल्कि यह देशभर में अस्पतालों और सार्वजनिक स्थानों पर महिलाओं की सुरक्षा और निजता के मुद्दे को फिर से उजागर करती है. हाल के वर्षों में ऐसी कई घटनाएं सामने आई हैं, जहां चेंजिंग रूम, शौचालयों और अन्य निजी स्थानों पर हिडन कैमरों का उपयोग कर महिलाओं की गोपनीयता का उल्लंघन किया गया. उदाहरण के लिए 2015 में गोवा में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने एक कपड़ों की दुकान के चेंजिंग रूम में हिडन कैमरा पकड़ा था, जिसके बाद वहां के कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई हुई थी. मथुरादास माथुर अस्पताल के डिप्टी सुपरिटेंडेंट डॉ. संदीप अरोड़ा ने इस घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि उन्हें इसकी जानकारी मिली है और संबंधित सुरक्षा कंपनी को नोटिस जारी किया गया है. उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि अस्पताल प्रशासन इस मामले में पूरी तरह से सहयोग करेगा और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कड़े कदम उठाए जाएंगे.
शुरू हुई जांच
शास्त्रीनगर थाना पुलिस इस मामले की गहन जांच कर रही है. पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि क्या रहीमुद्दीन ने इन वीडियो को किसी और के साथ साझा किया या ब्लैकमेलिंग जैसे अन्य अपराधों में इसका उपयोग किया. साथ ही, यह भी जांच का विषय है कि क्या अस्पताल के अन्य कर्मचारी इस मामले में शामिल थे? इस घटना ने स्थानीय समुदाय में आक्रोश पैदा कर दिया है. मरीजों और उनके परिजनों ने अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं. कई लोगों का कहना है कि अस्पताल जैसे संवेदनशील स्थान पर ऐसी लापरवाही अस्वीकार्य है. सामाजिक कार्यकर्ताओं ने मांग की है कि अस्पतालों में चेंजिंग रूम और अन्य निजी क्षेत्रों में नियमित जांच और कड़े सुरक्षा उपाय लागू किए जाएं. पुलिस ने जनता से अपील की है कि यदि किसी को इस तरह की किसी अन्य घटना की जानकारी है, तो वे तुरंत शास्त्रीनगर थाना से संपर्क करें. इस बीच, रहीमुद्दीन के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है और जांच जारी है. यह घटना एक बार फिर महिलाओं की सुरक्षा और निजता के प्रति समाज और संस्थानों की जिम्मेदारी को रेखांकित करती है.