24 घंटे, 34KM की सड़क... ये बाबा का UP है, यहां माफिया नहीं रिकॉर्ड बनते हैं, वो भी गोल्डन बुक वाले
UP World Record: उत्तर प्रदेश में विकास की रफ्तार तेज है और इसकी बानगी हमें आए दिन देखने को मिलती रहती है. इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश में महज 24 घंटे के भीतर 10 किलोमीटर थ्राई बीम क्रैश बैरियर की स्थापना और हरदोई-उन्नाव खंड में एक ही दिन में 34.24 लेन किलोमीटर बिटुमिनस कंक्रीट का कार्य पूरा किया गया.
लखनऊ: यूपी के सबसे लंबे और महत्वाकांक्षी गंगा एक्सप्रेस-वे प्रोजेक्ट ने निर्माण में 24 घंटे के अंदर 2 विश्व कीर्तिमान बना दिया. इन उपलब्धियों के लिए गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स, एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स और इंडियन बुक ऑफ रिकॉर्ड्स की ओर प्रमाण पत्र भी जारी कर दिया गया है. यूपीडा के प्रवक्ता ने प्रेस नोट जारी कर जानकारी दी कि पहला कीर्तिमान सर्वाधिक बिटुमिनस कंक्रीट कार्य का है. हरदोई-उन्नाव खंड में एक ही दिन में 34.24 लेन किलोमीटर बिटुमिनस कंक्रीट का कार्य पूरा किया गया. दूसरा कीर्तिमान 10 किलोमीटर थ्राई बीम क्रैश बैरियर की स्थापना का है. यह विश्व में पहली बार रिकॉर्ड बुक में दर्ज किया गया. ये दोनों रिकॉर्ड 18 मई 2025 को 24 घंटे के अंदर बने.

उत्तर प्रदेश ने इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट के क्षेत्र में एक साथ दो नए इतिहास रचे हैं. प्रदेश में सड़क निर्माण की गुणवत्ता, गति और तकनीकी कुशलता का उदाहरण पेश करते हुए मात्र 24 घंटे के भीतर दो विश्व रिकॉर्ड बनाए गए हैं. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुद ट्वीट कर इस ऐतिहासिक उपलब्धि की जानकारी दी और इसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन और UPEIDA (उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण) की कमिटमेंट का परिणाम बताया.
UPEIDA ने मात्र 24 घंटे में 10 किलोमीटर क्रैश बैरियर निर्माण और 34.24 लेन किलोमीटर बिटुमिनस कंक्रीट सड़क निर्माण कर नया कीर्तिमान स्थापित किया है. इस रिकॉर्ड को गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स, एशिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स और इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में स्थान मिला है. यह दोनों निर्माण कार्य यूपी के गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे और अन्य परियोजनाओं के अंतर्गत किए गए हैं.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट कर कहा, “नई ऊंचाइयों की ओर बढ़ता उत्तर प्रदेश! यह सफलता प्रदेश की उत्कृष्ट योजना, तकनीकी दक्षता और टीम वर्क का प्रतीक है. #NewUttarPradesh अब वैश्विक मानकों वाला अधोसंरचना राज्य बन रहा है.” UPEIDA की टीम द्वारा किए गए इस तेज और गुणवत्ता युक्त कार्य से यह स्पष्ट है कि उत्तर प्रदेश अधोसंरचना विकास में अब राष्ट्रीय ही नहीं, बल्कि अंतरराष्ट्रीय मानकों को भी चुनौती दे रहा है. यह उपलब्धि न केवल विकास की दिशा में एक बड़ी छलांग है, बल्कि प्रदेश की साख को वैश्विक मंच पर भी मजबूत करती है. यह रिकॉर्ड देशभर के अन्य राज्यों के लिए भी एक प्रेरणा बन सकता है कि यदि इच्छाशक्ति और तकनीकी दक्षता हो, तो असंभव को भी संभव बनाया जा सकता है.