मुंगेर पुलिस को शक, जमीन के नीचे दबा है एके-47 की खेप
Agency:News18 Bihar
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एसपी बाबू राम ने बताया कि एके 47 के मामले में कई बिन्दुओ में अनुसंधान जारी है और कई टीम कई जगहों पर सर्च करने गई है और कई लोगों से पूछताछ की जा रही है

बिहार के मुंगेर में एके-47 रायफल की खेप मिलने के बाद पुलिसिया कार्रवाई तेज हो गई है. हथियार की खेप मिलने के बाद मुंगेर के एसपी बाबू राम के नेतृत्व में मुफ्फसिल थाना के बरदह में कई थाना क्षेत्रों की पुलिस छापेमारी की
मुंगेर पुलिस ने मेटल डिटेक्टर से एके-47 की बरामदगी के मामले में फरार चल रहे नामजद अभियुक्तों के घर सहित आसपास खाली पड़े इलाके एवं जंगलो में सर्च अभियान चलाया. बाढ़ का पानी बरदह गांव में आने के कारण पुलिस को मेटल डिटेक्टर से जांच करने में परेशनी हो रही है. पुलिस को आशंका है कि हथियार तस्कर एके-47 को जमीन के अंदर छिपा कर रखे हुए हैं.
बुधवार की देर रात से मुंगेर पुलिस गांव में लगातार कैम्प कर रही है और हर इलाके में बारीकी से छापेमारी की जा रही है. पुलिस को शंका है कि बरदह गांव में कई एके-47 हथियार अब भी मौजूद हैं. छापेमारी में एसपी बाबू राम, एएसपी हरि शंकर कुमार सहित दर्जनों थाना के थानाध्यक्ष सहित भारी संख्या में पुलिस के जवान मौजूद हैं.
एसपी बाबू राम ने बताया कि एके 47 के मामले में कई बिन्दुओ में अनुसंधान जारी है और कई टीम कई जगहों पर सर्च करने गई है और कई लोगों से पूछताछ की जा रही है. उन्होंने कहा जब तक अनुसंधान पूरी नहीं हो जाती है तब इस मामले में कुछ नहीं कहा जा सकता है. मालूम हो कि पिछले दस दिनों के अंदर जिले में छह एके-47 रायफल की बरामदगी हुई थी. हथियार की खेप मिलने के बाद जांच में जो बातें सामने आयी थी उसमें इस खेप का मध्यप्रदेश के जबलपुर से कनेक्शन सामने आया था.
देश भर में मुंगेर जिला अवैध छोटे कंट्री मेड हथियारों की मंडी के नाम से प्रचलित है. हथियार सप्लाई करने वाला मध्य प्रदेश के जबलपुर के हथियार तस्करों से भी इस सिंडिकेट को जोड़ने में जुटा हुआ है. दोनों राज्यों की पुलिस एक-दूसरे से सम्पर्क में है. इस मामले की जांच एनआईए को सौंपने की तैयारी कर रही है.
रिपोर्ट- अरूण शर्मा
मुंगेर पुलिस ने मेटल डिटेक्टर से एके-47 की बरामदगी के मामले में फरार चल रहे नामजद अभियुक्तों के घर सहित आसपास खाली पड़े इलाके एवं जंगलो में सर्च अभियान चलाया. बाढ़ का पानी बरदह गांव में आने के कारण पुलिस को मेटल डिटेक्टर से जांच करने में परेशनी हो रही है. पुलिस को आशंका है कि हथियार तस्कर एके-47 को जमीन के अंदर छिपा कर रखे हुए हैं.
बुधवार की देर रात से मुंगेर पुलिस गांव में लगातार कैम्प कर रही है और हर इलाके में बारीकी से छापेमारी की जा रही है. पुलिस को शंका है कि बरदह गांव में कई एके-47 हथियार अब भी मौजूद हैं. छापेमारी में एसपी बाबू राम, एएसपी हरि शंकर कुमार सहित दर्जनों थाना के थानाध्यक्ष सहित भारी संख्या में पुलिस के जवान मौजूद हैं.
एसपी बाबू राम ने बताया कि एके 47 के मामले में कई बिन्दुओ में अनुसंधान जारी है और कई टीम कई जगहों पर सर्च करने गई है और कई लोगों से पूछताछ की जा रही है. उन्होंने कहा जब तक अनुसंधान पूरी नहीं हो जाती है तब इस मामले में कुछ नहीं कहा जा सकता है. मालूम हो कि पिछले दस दिनों के अंदर जिले में छह एके-47 रायफल की बरामदगी हुई थी. हथियार की खेप मिलने के बाद जांच में जो बातें सामने आयी थी उसमें इस खेप का मध्यप्रदेश के जबलपुर से कनेक्शन सामने आया था.
देश भर में मुंगेर जिला अवैध छोटे कंट्री मेड हथियारों की मंडी के नाम से प्रचलित है. हथियार सप्लाई करने वाला मध्य प्रदेश के जबलपुर के हथियार तस्करों से भी इस सिंडिकेट को जोड़ने में जुटा हुआ है. दोनों राज्यों की पुलिस एक-दूसरे से सम्पर्क में है. इस मामले की जांच एनआईए को सौंपने की तैयारी कर रही है.
रिपोर्ट- अरूण शर्मा
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