28 घंटे से बोरवेल में फंसी सना को रेस्क्यू टीम ने बचाया, बच्ची ने खाया बिस्किट
Agency:News18 Bihar
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सना नाम की तीन साल की बच्ची मंगलवार शाम घर के अंदर ही खेल रही थी. इसी दौरान वह घर में मौजूद बोरवेल में गिर गई.

बिहार के मुंगेर में 28 घंटे से ज्यादा चले रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद तीन साल की मासूम बच्ची सना को सकुशल बचा लिया गया है. एसडीआरएफ की टीम की जी तोड़ मेहनत और लोगों की दुआओं के बूते सना जब बोरवेल से बाहर आयी तो नजारा काफी मार्मिक था. लोगों को यकीन नहीं हो रहा था कि तीन साल की बच्ची मौत को मात देकर बोरवेल से बाहर निकल आयी. सना ने बाहर आकर बिस्किट खाया.
इससे पहले घटनास्थल के पास एक एबुंलेस को तैयार रखा गया है. एंबुलेंस में सन्ना की मां, डॉक्टर और परिवार के दूसरे परिजनों को बैठाया हैं. जिले के डीएम और एसपी भी मौके पर हैं और बच्ची के निकलने का इंतजार कर रहे हैं
बच्ची को सुरक्षित रखने के लिए एल शेप में खुदाई की जा रही है.ताकि उसे किसी तरह का कोई नुकसान नहीं पहुंचे. उम्मीद की जा रही है कि कुछ देर में एनडीआरएफ की टीम बोरवेल की नीचे पहुंच जाएगी और फिर सना को बोरवेल से सुरक्षित निकालने का प्रयास किया जाएगा.
बच्ची की सकुशल बरामदगी के लिये दुआओं की भी दौर लगातार जारी है. पटना समेत राज्य के अलग-अलग इलाकों से सना के लिये पूजा-पाठ और हवन किया जा रहा है. दोपहर बाद मौके पर एनडीआरएफ की टीम भी पहुंची. सना मंगलवार की शाम घर के अंदर ही खेल रही थी. इसी दौरान तीन बजे के करीब वह घर में मौजूद बोरवेल में गिर गई. सना की मां की रोने-चीखने की आवाज़ सुनकर पड़ोसियों ने प्रशासन को इसकी खबर दी.
जिला प्रशासन और एसडीआरएफ की टीम तीन साल की इस बच्ची को बोरवेल से निकालने में लगातार जुटी है. रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान सदर अस्पताल के डॉ. फैज़ बच्ची की सेहत पर नजर बनाए हुए हैं. उन्होंने बताया कि बच्ची पर सीसीटीवी से नजर रखी जा रही है. अभी वह स्वस्थ है और उसे लगातार ऑक्सीज़न मुहैया करवाया जा रहा है.
एसडीआरएफ की टीम ने जिला प्रशसन के सहयोग से सारे ऑपरेशन को अपने हाथों में ले लिया है. रेस्क्यू के लिए मौके पर एल शेप में गड्ढा खोदा जा रहा है. एसडीआरएफ के इंस्पेक्टर संजीत ने बताया कि अभी 32 फीट गड्ढा खोदा जा चुका है, जबकि करीब 12 फीट और गड्ढा करना बाकी है. एसडीआरएफ की टीम ने जिला प्रशासन से 50 और मजदूरों की मांग की है ताकि गड्डा खोदने के काम में तेजी लाया जा सके.
सना को बचाने के लिये सोशल मीडिया पर भी #PrayForSana के नाम से मुहिम चलाई जा रही है. मनेर के छोटे छोटे बच्चों ने चर्च और मनेर मजार शरीफ में सना के लिए दुआ मांगी है
इससे पहले घटनास्थल के पास एक एबुंलेस को तैयार रखा गया है. एंबुलेंस में सन्ना की मां, डॉक्टर और परिवार के दूसरे परिजनों को बैठाया हैं. जिले के डीएम और एसपी भी मौके पर हैं और बच्ची के निकलने का इंतजार कर रहे हैं
बच्ची को सुरक्षित रखने के लिए एल शेप में खुदाई की जा रही है.ताकि उसे किसी तरह का कोई नुकसान नहीं पहुंचे. उम्मीद की जा रही है कि कुछ देर में एनडीआरएफ की टीम बोरवेल की नीचे पहुंच जाएगी और फिर सना को बोरवेल से सुरक्षित निकालने का प्रयास किया जाएगा.
बच्ची की सकुशल बरामदगी के लिये दुआओं की भी दौर लगातार जारी है. पटना समेत राज्य के अलग-अलग इलाकों से सना के लिये पूजा-पाठ और हवन किया जा रहा है. दोपहर बाद मौके पर एनडीआरएफ की टीम भी पहुंची. सना मंगलवार की शाम घर के अंदर ही खेल रही थी. इसी दौरान तीन बजे के करीब वह घर में मौजूद बोरवेल में गिर गई. सना की मां की रोने-चीखने की आवाज़ सुनकर पड़ोसियों ने प्रशासन को इसकी खबर दी.
जिला प्रशासन और एसडीआरएफ की टीम तीन साल की इस बच्ची को बोरवेल से निकालने में लगातार जुटी है. रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान सदर अस्पताल के डॉ. फैज़ बच्ची की सेहत पर नजर बनाए हुए हैं. उन्होंने बताया कि बच्ची पर सीसीटीवी से नजर रखी जा रही है. अभी वह स्वस्थ है और उसे लगातार ऑक्सीज़न मुहैया करवाया जा रहा है.
एसडीआरएफ की टीम ने जिला प्रशसन के सहयोग से सारे ऑपरेशन को अपने हाथों में ले लिया है. रेस्क्यू के लिए मौके पर एल शेप में गड्ढा खोदा जा रहा है. एसडीआरएफ के इंस्पेक्टर संजीत ने बताया कि अभी 32 फीट गड्ढा खोदा जा चुका है, जबकि करीब 12 फीट और गड्ढा करना बाकी है. एसडीआरएफ की टीम ने जिला प्रशासन से 50 और मजदूरों की मांग की है ताकि गड्डा खोदने के काम में तेजी लाया जा सके.
सना को बचाने के लिये सोशल मीडिया पर भी #PrayForSana के नाम से मुहिम चलाई जा रही है. मनेर के छोटे छोटे बच्चों ने चर्च और मनेर मजार शरीफ में सना के लिए दुआ मांगी है
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