Rajma Side Effects : इन लोगों को राजमा के अधिक सेवन से करना चाहिए परहेज, जानें इसके साइड इफेक्ट्स
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Rajma Side Effects : राजमा (Rajma) में भरपूर मात्रा में प्रोटीन, फाइबर, कैल्शियम, आयरन, विटामिन सी, मैग्नीशियम और फोलेट पाया जाता है, जो ब्लड शुगर मेंटेन करने से लेकर, डाइजेशन, कैंसर से बचाव, वजन कम करने, डायबिटीज आदि दूर रखने में काफी फायदेमंद होता है. इसके नुकसान (Side Effects) की बात करें, तो कुछ लोगों के लिए राजमा (Kidney Beans) नुकसान भी पहुंचा सकता है. आइए जानते हैं कि राजमा किन लोगों को नहीं खाना चाहिए.

Rajma Side Effects : राजमा-चावला का नाम सुनते ही मुंह में पानी आने लगता है. राजमा (Rajma) सेहत के लिए भी बहुत फायदेमंद (Benefits) होता है. राजमा (Kidney Beans) में भरपूर मात्रा में प्रोटीन, फाइबर, कैल्शियम, स्लो रिलीज कार्बोहाइड्रेट, आयरन, विटामिन सी, मैग्नीशियम और फोलेट आदि पाए जाते हैं, जो ब्लड शुगर मेंटेन करने से लेकर डाइजेशन, कैंसर से बचाव, वजन कम करने, डायबिटीज आदि दूर रखने में भी काफी फायदेमंद होता है. ओनलीमाईहेल्थ के मुताबिक, अगर इसके नुकसान (Side Effects) की बात करें, तो कुछ लोगों को राजमा नुकसान पहुंचा सकता है. आइए जानते हैं कि राजमा किन लोगों को नहीं खाना चाहिए.
इन लोगों को राजमा से करना चाहिए परहेज
पेट संबंधित समस्या हो तो
जिन लोगों को पेट में गैस, दर्द, मरोड़, एसिडिटी जैसी समस्या हो, उन्हें राजमा खाने से परहेज करना चाहिए. दरअसल, राजमा में फाइबर काफी मात्रा में पाया जाता है, जो पाचन तंत्र को प्रभावित कर सकता है.
जिन लोगों को पेट में गैस, दर्द, मरोड़, एसिडिटी जैसी समस्या हो, उन्हें राजमा खाने से परहेज करना चाहिए. दरअसल, राजमा में फाइबर काफी मात्रा में पाया जाता है, जो पाचन तंत्र को प्रभावित कर सकता है.
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वजन कम हो तो
राजमा में फाइबर भरपूर मात्रा में होता है. इसकी वजह से पेट लंबे समय तक भरा रहता है. ऐसे में राजमा खोन के बाद लंबे समय तक भूख महसूस नहीं होती. ऐसे में अगर आपको वजन बढ़ाना हो या आप अधिक पतले हों, तो सीमित मात्रा में ही राजमा का सेवन करें.
राजमा में फाइबर भरपूर मात्रा में होता है. इसकी वजह से पेट लंबे समय तक भरा रहता है. ऐसे में राजमा खोन के बाद लंबे समय तक भूख महसूस नहीं होती. ऐसे में अगर आपको वजन बढ़ाना हो या आप अधिक पतले हों, तो सीमित मात्रा में ही राजमा का सेवन करें.
पित्त दोष हो तो कम करें राजमा का सेवन
जिन लोगों को पित्त दोष की समस्या हो, तो उन्हें राजमा खाने से परहेज करना चाहिए. राजमा की तासीर बेहद गर्म होती है, जिससे पित्त प्रकृति के लोगों को राजमा खाने से समस्या हो सकती है.
जिन लोगों को पित्त दोष की समस्या हो, तो उन्हें राजमा खाने से परहेज करना चाहिए. राजमा की तासीर बेहद गर्म होती है, जिससे पित्त प्रकृति के लोगों को राजमा खाने से समस्या हो सकती है.
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गर्भावस्था में ना खाएं राजमा
गर्भावस्था में राजमा खाना मां और शिशु दोनों के लिए ही लाभदायक है, लेकिन प्रेग्नेंसी में अधिक मात्रा में राजमा खाने से पथरी, गठिया, गैस और ऐंठन की समस्या हो सकती है, इसलिए गर्भावस्था में सीमित मात्रा में ही राजमा का सेवन करना चाहिए.
गर्भावस्था में राजमा खाना मां और शिशु दोनों के लिए ही लाभदायक है, लेकिन प्रेग्नेंसी में अधिक मात्रा में राजमा खाने से पथरी, गठिया, गैस और ऐंठन की समस्या हो सकती है, इसलिए गर्भावस्था में सीमित मात्रा में ही राजमा का सेवन करना चाहिए.
अधिक हो आयरन तो
राजमा में भरपूर मात्रा में आयरन होता है. ऐसे में अगर आपके शरीर में अधिक आयरन हो, तो राजमा नुकसान पहुंच सकता है. इस स्थिति में राजमा खाने से पेट में दर्द, उल्टी की समस्या हो सकती है.
राजमा में भरपूर मात्रा में आयरन होता है. ऐसे में अगर आपके शरीर में अधिक आयरन हो, तो राजमा नुकसान पहुंच सकता है. इस स्थिति में राजमा खाने से पेट में दर्द, उल्टी की समस्या हो सकती है.
कब्ज की समस्या में ना खाएं राजमा
राजमा पचाने में मुश्किल होता है, जिससे कब्ज की समस्या बढ़ सकती है. साथ ही राजमा में फाइबर अत्यधिक होता है, जो कब्ज की वजह बन सकता है.
राजमा पचाने में मुश्किल होता है, जिससे कब्ज की समस्या बढ़ सकती है. साथ ही राजमा में फाइबर अत्यधिक होता है, जो कब्ज की वजह बन सकता है.
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