क्या आपके बच्चे को भी है स्टेज फोबिया? इस तरह से उनके दिल से निकालें ये डर
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किसी चीज में सफलता हासिल करने के लिए सबसे जरूरी चीज है प्रैक्टिस करना या उसकी पहले से तैयारी करना. ऐसे में आप बच्चे को यह बताएं कि वे अपने परफॉर्मेंस को बेस्ट बनाने के लिए पहले से तैयारी करें और खूब प्रैक्टिस करें.

Tips To Overcome Stage Fear In Kids : कुछ बच्चे कमाल के परफॉर्मर होते हैं. वे कम तैयारियों के बावजूद मंच पर अपना बेस्ट परफॉर्मेंस देते हैं. लेकिन कुछ ऐसे बच्चे भी होते हैं जो टैलेंट होने के बावजूद स्ट्रेज पर जाकर फ्रीज़ हो जाते हैं. उन्हें स्कूल के फंक्शन में डांस करना हो, गाना हो, स्पीच देना हो या कुछ अन्य तरह का परफॉर्मेंस देना हो, स्टेज फोबिया की वजह से उनका सारा आत्मविश्वास गायब हो जाता है. ऐसे में अगर आपके बच्चों के साथ भी कुछ ऐसा हो रहा है तो कुछ तरीकों से आप उनकी मदद कर सकते हैं. ये तरीके बच्चे को स्टेज फोबिया की परेशानी से निपटने में उनकी मदद करेंगी और वे खुद पर भरोसा रखते हुए अपना बेस्ट दे पाएंगे. तो आइए जानते हैं इसका तरीका.
बच्चों में स्टेज फोबिया दूर करने के उपाय
प्रैक्टिस, प्रैक्टिस और प्रैक्टिस
किसी चीज में सफलता हासिल करने के लिए सबसे जरूरी चीज है प्रैक्टिस करना या उसकी पहले से तैयारी करना. ऐसे में आप बच्चे को यह बताएं कि वे अपने परफॉर्मेंस को बेस्ट बनाने के लिए पहले से तैयारी करें और खूब प्रैक्टिस करें. बेहतर होगा कि वे अपने परफॉर्मेंस को स्टेज पर देने से पहले घर वालों या दोस्तों के सामने दिखाएं. इससे झिझक कम होगी.
किसी चीज में सफलता हासिल करने के लिए सबसे जरूरी चीज है प्रैक्टिस करना या उसकी पहले से तैयारी करना. ऐसे में आप बच्चे को यह बताएं कि वे अपने परफॉर्मेंस को बेस्ट बनाने के लिए पहले से तैयारी करें और खूब प्रैक्टिस करें. बेहतर होगा कि वे अपने परफॉर्मेंस को स्टेज पर देने से पहले घर वालों या दोस्तों के सामने दिखाएं. इससे झिझक कम होगी.
रहें रिलैक्स
बच्चों को बताएं कि जब आपकी तैयारी अच्छी होगी तो आपका परफॉर्मेंस भी अच्छा होगा. लेकिन इसके लिए जरूरी है कि आप परफॉर्मेंस से पहले गहरी सांस लेकर खुद को रिलैक्स करें. मानसिक रूप से खुद को शांत करें और आत्मविश्वास के साथ मंच पर जाएं. इसके लिए वे मंच पर जाने से पहले सूदिंग म्यूजिक सुन सकते हैं.
बच्चों को बताएं कि जब आपकी तैयारी अच्छी होगी तो आपका परफॉर्मेंस भी अच्छा होगा. लेकिन इसके लिए जरूरी है कि आप परफॉर्मेंस से पहले गहरी सांस लेकर खुद को रिलैक्स करें. मानसिक रूप से खुद को शांत करें और आत्मविश्वास के साथ मंच पर जाएं. इसके लिए वे मंच पर जाने से पहले सूदिंग म्यूजिक सुन सकते हैं.
इसे भी पढ़ें : बच्चे की मेंटल हेल्थ पर माता-पिता के व्यवहार का होता है गहरा असर ! जानें पेरैंटिंग का सही तरीका
बेहतर डाइट लें
आप बच्चों को हेल्दी और न्यूट्रिशनल फूड दिखाएं. फल सब्जियां आदि उन्हें रिलैक्स रखने में मदद करेंगी. इसके अलावा, कैफीन युक्त चीजों के सेवन से बचाएं. मंच पर जाना हो तो उस दिन हल्का खिलाएं, जिससे पेट में किसी तरह की समस्या ना महसूस हो.
आप बच्चों को हेल्दी और न्यूट्रिशनल फूड दिखाएं. फल सब्जियां आदि उन्हें रिलैक्स रखने में मदद करेंगी. इसके अलावा, कैफीन युक्त चीजों के सेवन से बचाएं. मंच पर जाना हो तो उस दिन हल्का खिलाएं, जिससे पेट में किसी तरह की समस्या ना महसूस हो.
सकारात्मक सोचें
बच्चे को सिखाएं कि वे अपने परफॉर्मेंस के लिए पॉजिटिव रहें और हमेशा अच्छे परफॉर्मेंस के बारे में ही सोचें. वे विजुअलाइज कर सकते हैं कि उनका मंच पर परफॉर्मेंस बहुत ही अच्छा रहा. ऐसा करने से उनका डर कम होगा.
बच्चे को सिखाएं कि वे अपने परफॉर्मेंस के लिए पॉजिटिव रहें और हमेशा अच्छे परफॉर्मेंस के बारे में ही सोचें. वे विजुअलाइज कर सकते हैं कि उनका मंच पर परफॉर्मेंस बहुत ही अच्छा रहा. ऐसा करने से उनका डर कम होगा.
एडवाइस लें
बच्चों को बताएं कि अगर किसी तरह की समस्या आ रही है तो वे टीचर या सीनियर से एडवाइस लें. सही एडवाइस उनके काफी काम आएगा.
बच्चों को बताएं कि अगर किसी तरह की समस्या आ रही है तो वे टीचर या सीनियर से एडवाइस लें. सही एडवाइस उनके काफी काम आएगा.
जल्दी पहुंचे
जिस दिन परफॉर्म करना हो उस दिन आप वेन्यू पर जल्दी पहुंचें. अगर आप लेट आएंगे तो इससे हड़बड़ी में बच्चे को स्ट्रेस हो सकता है.
जिस दिन परफॉर्म करना हो उस दिन आप वेन्यू पर जल्दी पहुंचें. अगर आप लेट आएंगे तो इससे हड़बड़ी में बच्चे को स्ट्रेस हो सकता है.
एंग्जायटी नहीं, एक्साइटमेंट जरूरी
बच्चे को बताएं कि एंग्जायटी नहीं, एक्साइटमेंट जरूरी है. अगर वे इस बात को समझ जाते हैं तो उनका परफॉर्मेंस में फायदा मिलेगा. (Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं. Hindi news18 इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें.)
बच्चे को बताएं कि एंग्जायटी नहीं, एक्साइटमेंट जरूरी है. अगर वे इस बात को समझ जाते हैं तो उनका परफॉर्मेंस में फायदा मिलेगा. (Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं. Hindi news18 इनकी पुष्टि नहीं करता है. इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें.)
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