भगवान श्रीगणेश के करने हैं दर्शन, ये मंदिर हैं बेहद खास, एक बार आप भी जाकर नवाएं शीश
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Ganesh Temple: कहीं घूमने जाने की बात हो तो बहुत लोग धार्मिक स्थलों पर भी जाना पसंद करते हैं. ऐसे में अगर आप भगवान श्री गणेश के भक्त हैं और उनके मंदिरों में शीश नवाना चाहते हैं, तो कुछ खास मंदिरों के दर्शन कर स...और पढ़ें

Ganesh Temple: बहुत लोग भगवान श्री गणेश के परम भक्त हैं और गणपति जी के मंदिरों में शीश नवाने जाते रहते हैं, लेकिन बप्पा के कुछ ऐसे मंदिर भी हैं, जो काफी प्राचीन हैं, जिनके बारे में कम लोग ही जानते हैं. वैसे तो देश में हर जगह पर भगवान श्री गणेश के बहुत सारे मंदिर हैं, लेकिन कई मंदिर ऐसे भी है, जो काफी पुराने और प्रसिद्ध हैं. ऐसे ही 5 मंदिरों के बारे में आज हम आपको बताते हैं. आइए इस लेख में हम आपको विघ्नहर्ता भगवान गणेश के कुछ खास मंदिरों के बारे में बताते हैं.
मधुर महागणपति मंदिर
भगवान श्री गणेश का ये मंदिर केरल में मौजूद है. मधुर गणपति मंदिर को गणेश जी का सबसे पुराना मंदिर कहा जाता है. इस मंदिर को 10वीं शताब्दी में बनवाया गया था. इस मंदिर में विघ्नहर्ता श्री गणेश की जो प्रतिमा विद्यमान है, वो किस धातु से तैयार की गयी है, ये बात आज तक लोगों के लिए रहस्य है.
भगवान श्री गणेश का ये मंदिर केरल में मौजूद है. मधुर गणपति मंदिर को गणेश जी का सबसे पुराना मंदिर कहा जाता है. इस मंदिर को 10वीं शताब्दी में बनवाया गया था. इस मंदिर में विघ्नहर्ता श्री गणेश की जो प्रतिमा विद्यमान है, वो किस धातु से तैयार की गयी है, ये बात आज तक लोगों के लिए रहस्य है.
चिंतामणि गणेश मंदिर
उज्जैन में मौजूद भगवान शिव के मंदिर के बारे में तो सब जानते हैं. लेकिन कम लोग ही जानते हैं कि महाकाल की इस नगरी में भगवान श्री गणेश का चिंतामणि गणेश मंदिर भी मौजूद है. इस मंदिर में भगवान श्री गणेश की तीन मूर्तियां हैं. जिसमें से गर्भगृह में मौजूद पहली मूर्ति को चिंतामण के नाम से, दूसरी मूर्ति को इच्छामन और तीसरी मूर्ति को सिद्धि विनायक के नाम से पुकारा जाता है.
उज्जैन में मौजूद भगवान शिव के मंदिर के बारे में तो सब जानते हैं. लेकिन कम लोग ही जानते हैं कि महाकाल की इस नगरी में भगवान श्री गणेश का चिंतामणि गणेश मंदिर भी मौजूद है. इस मंदिर में भगवान श्री गणेश की तीन मूर्तियां हैं. जिसमें से गर्भगृह में मौजूद पहली मूर्ति को चिंतामण के नाम से, दूसरी मूर्ति को इच्छामन और तीसरी मूर्ति को सिद्धि विनायक के नाम से पुकारा जाता है.
रणथंबौर गणेश मंदिर
रणथंबौर गणेश मंदिर राजस्थान के रणथंबौर में स्थित है, जो कि एक हजार साल पुराना है. ये मंदिर रणथंबौर किले के सबसे ऊंचे भाग पर मौजूद है. मंदिर में भगवान श्री गणेश का त्रिनेत्र रूप देखने को मिलता है. ऐसे में अगर आप राजस्थान जाने का प्लान बना रहे हैं, तो रणथंबौर गणेश मंदिर में दर्शन करके बप्पा का आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं.
रणथंबौर गणेश मंदिर राजस्थान के रणथंबौर में स्थित है, जो कि एक हजार साल पुराना है. ये मंदिर रणथंबौर किले के सबसे ऊंचे भाग पर मौजूद है. मंदिर में भगवान श्री गणेश का त्रिनेत्र रूप देखने को मिलता है. ऐसे में अगर आप राजस्थान जाने का प्लान बना रहे हैं, तो रणथंबौर गणेश मंदिर में दर्शन करके बप्पा का आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं.
गणेश टोक मंदिर
गंगटोक में स्थित गणेश टोक मंदिर सिक्किम की राजधानी में है. मंदिर के गर्भगृह में भगवान श्री गणपति की विशाल प्रतिमा मौजूद है. जिसके दर्शन करना आपके लिए एक अनोखा अनुभव हो सकता है. इसके साथ ही गणेश टोक मंदिर के आस-पास का नजारा बहुत ही खूबसूरत है, जो आपको मंत्रमुग्ध कर सकता है.
गंगटोक में स्थित गणेश टोक मंदिर सिक्किम की राजधानी में है. मंदिर के गर्भगृह में भगवान श्री गणपति की विशाल प्रतिमा मौजूद है. जिसके दर्शन करना आपके लिए एक अनोखा अनुभव हो सकता है. इसके साथ ही गणेश टोक मंदिर के आस-पास का नजारा बहुत ही खूबसूरत है, जो आपको मंत्रमुग्ध कर सकता है.
खरजाना गणेश मंदिर
यह प्राचीन मंदिर मध्य प्रदेश के इंदौर में मौजूद है जो वर्षों पुराना है. इस मंदिर में विघ्नहर्ता गणेश जी की 3 फीट ऊंची प्रतिमा स्थापित है. इस प्रतिमा को 286 वर्ष पहले एक बावड़ी से निकाला गया था. इस मंदिर में लोग दूर-दूर से बप्पा के दर्शन के लिए आते हैं.
यह प्राचीन मंदिर मध्य प्रदेश के इंदौर में मौजूद है जो वर्षों पुराना है. इस मंदिर में विघ्नहर्ता गणेश जी की 3 फीट ऊंची प्रतिमा स्थापित है. इस प्रतिमा को 286 वर्ष पहले एक बावड़ी से निकाला गया था. इस मंदिर में लोग दूर-दूर से बप्पा के दर्शन के लिए आते हैं.
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