महाराष्ट्र: राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी अब नहीं करेंगे रिव्यू मीटिंग, ठाकरे सरकार ने उठाए थे सवाल
Agency:News18Hindi
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Maharashtra: 2 अगस्त को जारी पहले के कार्यक्रम के अनुसार, राज्यपाल को तीनों जिलों में कलेक्टर कार्यालय में जिला अधिकारियों के साथ 'समीक्षा बैठक' करनी थी.

मुंबई. महाराष्ट्र कैबिनेट की नाराज़गी के बाद अब राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी (Maharashtra Governor Bhagat Singh Koshyari) ने अपना कार्यक्रम बदल लिया है. अब वो रिव्यू मीटिंग नहीं करेंगे. बुधवार को उन्होंने नांदेड़, परभणी और हिंगोली जिलों में अपने कार्यक्रम को संशोधित किया है. माना जा रहा है कि इससे महाराष्ट्र सरकार और राज्यपाल के बीच तनातनी कम होगी. बुधवार को जारी संशोधित कार्यक्रम के अनुसार, राज्यपाल अपने तीन दिवसीय दौरे के दौरान जिला अधिकारियों के साथ ‘समीक्षा बैठकें’ करने के बजाय ‘कलेक्टर कार्यालयों’ में, जिला अधिकारियों के साथ ‘बैठकें’ करेंगे.
कोश्यारी नांदेड़ और हिंगोली जिलों के सर्किट हाउस में जिला अधिकारियों के साथ बैठक करेंगे. परभणी में जिले के अधिकारियों के साथ उनकी बैठक वसंतराव नायक कृषि विद्यापीठ के विश्राम गृह में होगी. हालांकि, नांदेड़ में स्वामी रामानंद तीर्थ मराठवाड़ा विश्वविद्यालय में बालिका और लड़कों के छात्रावास के उद्घाटन के कार्यक्रम में कोई बदलाव नहीं किया गया है.
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कैबिनेट ने उठाए थे सवाल
अंग्रेजी अखबार द इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत करते हुए अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री नवाब मलिक ने कहा, ‘हमारे मंत्रिमंडल ने इस बात को लेकर चिंता जाहिर की थी कि राज्यपाल यहां दो पावर सेंटर बना रहे हैं. अब राज्यपाल ने अपने कार्यक्रम में सुधार किया और कलेक्टर कार्यालयों में समीक्षा बैठकें रद्द कर दीं हैं. हमें राज्यपाल द्वारा सर्किट हाउस में जिला अधिकारियों से मुलाकात करने में कोई आपत्ति नहीं है. हमारा एकमात्र तर्क ये था कि राज्यपाल कलेक्टर कार्यालय में समीक्षा बैठक नहीं कर सकते हैं और दो शक्ति केंद्र नहीं बना सकते हैं.’
अंग्रेजी अखबार द इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत करते हुए अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री नवाब मलिक ने कहा, ‘हमारे मंत्रिमंडल ने इस बात को लेकर चिंता जाहिर की थी कि राज्यपाल यहां दो पावर सेंटर बना रहे हैं. अब राज्यपाल ने अपने कार्यक्रम में सुधार किया और कलेक्टर कार्यालयों में समीक्षा बैठकें रद्द कर दीं हैं. हमें राज्यपाल द्वारा सर्किट हाउस में जिला अधिकारियों से मुलाकात करने में कोई आपत्ति नहीं है. हमारा एकमात्र तर्क ये था कि राज्यपाल कलेक्टर कार्यालय में समीक्षा बैठक नहीं कर सकते हैं और दो शक्ति केंद्र नहीं बना सकते हैं.’
सरकार की नाराजगी
2 अगस्त को जारी पहले के कार्यक्रम के अनुसार, राज्यपाल को तीनों जिलों में कलेक्टर कार्यालय में जिला अधिकारियों के साथ ‘समीक्षा बैठक’ करनी थी. मलिक ने मंगलवार को मीडियाकर्मियों से कहा था कि राज्य मंत्रिमंडल में इस मुद्दे पर चर्चा हुई थी, जिसने इन घटनाओं पर नाराजगी व्यक्त की थी. उन्होंने कहा था कि मुख्य सचिव सीताराम कुंटे को राज्यपाल के सचिव से व्यक्तिगत रूप से मिलने और ये बताने के लिए कहा गया है कि दूसरे शक्ति केंद्र के रूप में संचालन का ये व्यवहार उचित नहीं है. सरकार ने छात्रावासों के उद्घाटन पर भी आपत्ति जताते हुए कहा था कि राज्यपाल राज्य सरकार को अपने कार्यक्रमों के समन्वय या संवाद के बिना ऐसा कर रहे हैं.
2 अगस्त को जारी पहले के कार्यक्रम के अनुसार, राज्यपाल को तीनों जिलों में कलेक्टर कार्यालय में जिला अधिकारियों के साथ ‘समीक्षा बैठक’ करनी थी. मलिक ने मंगलवार को मीडियाकर्मियों से कहा था कि राज्य मंत्रिमंडल में इस मुद्दे पर चर्चा हुई थी, जिसने इन घटनाओं पर नाराजगी व्यक्त की थी. उन्होंने कहा था कि मुख्य सचिव सीताराम कुंटे को राज्यपाल के सचिव से व्यक्तिगत रूप से मिलने और ये बताने के लिए कहा गया है कि दूसरे शक्ति केंद्र के रूप में संचालन का ये व्यवहार उचित नहीं है. सरकार ने छात्रावासों के उद्घाटन पर भी आपत्ति जताते हुए कहा था कि राज्यपाल राज्य सरकार को अपने कार्यक्रमों के समन्वय या संवाद के बिना ऐसा कर रहे हैं.
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