असम में NRC की लिस्ट तैयार करने वाले प्रतीक हजेला की बढ़ी मुश्किलें, अब तक 5 FIR दर्ज
Agency:News18Hindi
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प्रतीक हजेला (rateek Hajela) पर असम के एक गैर सरकारी संगठन असम पब्लिक वर्क्स (एपीडब्ल्यू) की तरफ से 3 FIR दर्ज करवाये गए हैं.

गुवाहाटी. असम में नैशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन (NRC) की लिस्ट तैयार करने वाले आईएस ऑफिसर प्रतीक हजेला (rateek Hajela) की मुश्किलें खत्म होने का नाम नहीं ले रही है. अब तक उनके खिलाफ 5 FIR दर्ज किए जा चुके हैं. पिछले साल NRC की लिस्ट आने के बाद से हजेला पर कई तरह के आरोप लग रहे हैं. एक आरोप ये है कि उन्होंने NRC की डेटा के साथ साथ छेड़छाड़ की. बता दें कि NRC की फाइनल लिस्ट से 19 लाख लोगों को बाहर रखा गया है.
असम के एक गैर सरकारी संगठन असम पब्लिक वर्क्स (एपीडब्ल्यू) की तरफ से 3 FIR दर्ज करवाये गएहै. एपीडब्ल्यू ने आरोप लगाया है कि प्रतीक हजेला ने डेटा के साथ छेड़छाड़ करते हुए दो लोगों के नाम लिस्ट से हटा दिए. राज्य के सीआईडी को दी गयी शिकायत में एपीडब्ल्यू ने आरोप लगाया कि हजेला ने दो लोगों को सूची से निकाल कर लोक रिकार्ड के साथ छेड़छाड़ की है.
12 फरवरी को हजेला के खिलाफ एक और FIR दर्ज किया गया. आरोप लगा कि उन्होंने एनआरसी वेबसाइट से छेड़छाड़ की. एनआरसी कोऑर्डिनेटर ने एक पूर्व महिला कर्मचारी के खिलाफ भी दो आधिकारिक मेल आईडी का पासवर्ड न शेयर करने के आरोप में एफआईआर दर्ज कराई है. इस कर्मचारी ने हजेला के कार्यकाल 2014 से 2019 में काम किया था.
कौन है हजेला?
50 साल के प्रतीक हजेला 1995 बैच के एक IAS अफसर हैं और मूल रूप से मध्यप्रदेश के भोपाल के रहने वाले हैं. हजेला का परिवार भोपाल का एक प्रतिष्ठित परिवार है. उनके पिता एसपी हजेला मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग के अफसर थे और उनके छोटे भाई अनूप हजेला भोपाल के एक प्रतिष्ठित डॉक्टर हैं. हजेला असम-मेघालय कैडर के अधिकारी हैं. उन्होंने आइआइटी दिल्ली से 1992 में इलेक्ट्रानिक्स में बी-टेक किया. असम जैसे सीमाई राज्य में उनकी तैनाती मुख्य रूप से गृह मंत्रालय में ही रही है. उन्होंने गृह आयुक्त के रूप में काम किया.
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असम के एक गैर सरकारी संगठन असम पब्लिक वर्क्स (एपीडब्ल्यू) की तरफ से 3 FIR दर्ज करवाये गएहै. एपीडब्ल्यू ने आरोप लगाया है कि प्रतीक हजेला ने डेटा के साथ छेड़छाड़ करते हुए दो लोगों के नाम लिस्ट से हटा दिए. राज्य के सीआईडी को दी गयी शिकायत में एपीडब्ल्यू ने आरोप लगाया कि हजेला ने दो लोगों को सूची से निकाल कर लोक रिकार्ड के साथ छेड़छाड़ की है.
12 फरवरी को हजेला के खिलाफ एक और FIR दर्ज किया गया. आरोप लगा कि उन्होंने एनआरसी वेबसाइट से छेड़छाड़ की. एनआरसी कोऑर्डिनेटर ने एक पूर्व महिला कर्मचारी के खिलाफ भी दो आधिकारिक मेल आईडी का पासवर्ड न शेयर करने के आरोप में एफआईआर दर्ज कराई है. इस कर्मचारी ने हजेला के कार्यकाल 2014 से 2019 में काम किया था.
कौन है हजेला?
50 साल के प्रतीक हजेला 1995 बैच के एक IAS अफसर हैं और मूल रूप से मध्यप्रदेश के भोपाल के रहने वाले हैं. हजेला का परिवार भोपाल का एक प्रतिष्ठित परिवार है. उनके पिता एसपी हजेला मध्यप्रदेश लोक सेवा आयोग के अफसर थे और उनके छोटे भाई अनूप हजेला भोपाल के एक प्रतिष्ठित डॉक्टर हैं. हजेला असम-मेघालय कैडर के अधिकारी हैं. उन्होंने आइआइटी दिल्ली से 1992 में इलेक्ट्रानिक्स में बी-टेक किया. असम जैसे सीमाई राज्य में उनकी तैनाती मुख्य रूप से गृह मंत्रालय में ही रही है. उन्होंने गृह आयुक्त के रूप में काम किया.
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