World Cup 2011: एमएस धोनी ने रचा इतिहास, 2 वर्ल्ड कप जीतने वाले पहले भारतीय कप्तान बने
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Agency:News18Hindi
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World Cup 2011: भारत ने 2011 में दूसरी बार वनडे वर्ल्ड कप के खिताब पर कब्जा किया था. टीम ने फाइनल में श्रीलंका को (India vs Sri Lanka) मात दी थी. पहली बार टीम 1983 में चैंपियन बनी थी. इसी के साथ धोनी ने नया रिकॉर्ड भी बना दिया था.

नई दिल्ली. एमएस धोनी (MS Dhoni) ने भले ही इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास ले लिया है. लेकिन आज भी वे भारत और दुनिया के सफलता कप्तानों में से एक हैं. टीम इंडिया (Team India) ने आज से लगभग 11 साल पहले 2 अप्रैल 2011 को वानखेड़े स्टेडियम में श्रीलंका को हराकर (India vs Sri Lanka) दूसरी बार वनडे वर्ल्ड कप के खिताब पर कब्जा किया था. इसी के साथ धोनी 2 वर्ल्ड कप (World Cup 2011) जीतने वाले पहले भारतीय कप्तान बने थे. इससे पहले उन्होंने 2007 में भारत को टी20 वर्ल्ड कप (T20 World Cup 2007) का खिताब दिलाया था. इसके बाद भारतीय टीम कभी भी वनडे और टी20 वर्ल्ड कप का खिताब नहीं जीत सकी है. टीम ने पहली बार 1983 में कपिल देव (Kapil Dev) की कप्तानी में वनडे वर्ल्ड कप का खिताब जीता था.
यह वर्ल्ड कप इस लिहाज से भी महत्वपूर्ण था कि दुनिया के महान क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर अपना छठा और अंतिम वर्ल्ड कप खेल रहे थे. लेकिन वे अब तक सबसे बड़े खिताब से दूर थे. उन्होंने टूर्नामेंट में बल्ले से कमाल का प्रदर्शन किया. उन्होंने 2 शतक और 2 अर्धशतक के साथ 482 रन बनाए. वे सबसे अधिक रन बनाने के मामले में ओवरऑल दूसरे नंबर पर रहे. वे भारत की ओर से सबसे अधिक रन खिलाड़ी रहे. हालांकि फाइनल में वे कुछ खास नहीं कर सके थे. 18 रन बनाकर लसिथ मलिंगा की गेंद पर आउट हुए थे.
धोनी ने खेली थी यादगार पारी
एमएस धोनी बतौर कप्तान और बतौर बल्लेबाज फाइनल में यादगार पारी खेलने के लिए जाने जाएंगे. श्रीलंका के खिलाफ फाइनल में टीम ने 114 रन पर 3 बड़े विकेट गंवा दिए थे. सचिन, वीरेंद्र सहवाग और विराट कोहली आउट हो चुके थे. युवराज सिंह ने पूरे टूर्नामेंट में कमाल का प्रदर्शन किया था. इसके बाद भी धोनी खुद इतने बड़े मैच में उनसे ऊपर बल्लेाबाजी करने आए. अगर वे जल्दी आउट हो जाते तो उनकी खूब आलोचना होती. लेकिन उन्होंने फाइनल में 79 गेंद पर 91 रन की नाबाद पारी खेलकर टीम को यादगार जीत दिलाई. नुवान कुलसेकरा पर उनका मारा गया विजयी छक्का आज भी सभी को याद है. फाइनल में वे प्लेयर ऑफ द मैच रहे थे.
ऑस्ट्रेलिया को दी मात
टीम इंडिया ने लीग राउंड के 6 में से 4 मुकाबले जीते थे. इंग्लैंड के खिलाफ मैच टाई रहा था, जबकि उसे साउथ अफ्रीका से एकमात्र हार मिली थी. टीम टेबल में दूसरे नंबर पर रही. भारत ने वेस्टइंडीज, बांग्लादेश, आयरलैंड और नीदरलैंड्स को मात दी थी. अब क्वार्टर फाइनल में टीम के सामने डिफेंडिंग चैंपियन ऑस्ट्रेलिया थी. ऑस्ट्रेलिया ने 6 विकेट पर 260 रन बनाए. कप्तान रिकी पोंटिंग ने 104 रन की शतकीय पारी खेली. आर अश्विन, जहीर खान और युवराज सिंह ने 2-2 विकेट झटके. जवाब में सचिन के 53, गौतम गंभीर के 50 और युवराज सिंह के नाबाद 57 रन के सहारे टीम ने लक्ष्य को 5 विकेट खोकर 48वें ओवर में हासिल कर लिया.
पाकिस्तान भी हमारे सामने नहीं टिका
सेमीफाइनल में भारतीय टीम का सामना चिर-प्रतिद्वंद्वि पाकिस्तान से हुआ. भारत ने पहले खेलते हुए 9 विकेट पर 260 रन बनाए. सचिन तेंदुलकर ने 85 रन की शानदार पारी खेली. वीरेंद्र सहवाग ने 38 और सुरेश रैना ने नाबाद 37 रन बनाए. जवाब में पाकिस्तान की टीम 49.5 ओवर में 231 रन बनाकर आउट हो गई थी. जहीर खान, आशीष नेहरा, मुनाफ पटेल, हरभजन सिंह और युवराज सिंह ने 2-2 विकेट झटके.
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आनंदब्रत शुक्लाडिप्टी न्यूज एडिटर
करीब 15 साल पहले पत्रकारिता शुरू की. इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के बाद कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता विश्वविद्यालय से पढ़ाई की. खेलों, खासकर क्रिकेट, फुटबॉल और टेनिस में दिलचस्पी. क्रिकेट के स्टैट्स से जुड़ी स्टोरी करना प...और पढ़ें
करीब 15 साल पहले पत्रकारिता शुरू की. इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के बाद कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता विश्वविद्यालय से पढ़ाई की. खेलों, खासकर क्रिकेट, फुटबॉल और टेनिस में दिलचस्पी. क्रिकेट के स्टैट्स से जुड़ी स्टोरी करना प... और पढ़ें
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