तिरुपति जाएं तो यह स्टेशन देखना न भूलें, इमारत देख कंफ्यूज हो जाएंगे आप
indian railway- सुल्लुरुपेटा रेलवे स्टेशन का उद्घाटन केंद्रीय मंत्री डॉ. चंद्र शेखर पेम्मासानी ने किया. 14.5 करोड़ रुपये की लागत से बने इस स्टेशन को नया रूप दिया गया है.
नई दिल्ली. केंद्रीय ग्रामीण विकास और संचार राज्य मंत्री डॉ. चंद्र शेखर पेम्मासानी ने कहा कि भारतीय रेलवे न केवल हमारी अर्थव्यवस्था का महत्वपूर्ण हिस्सा है, बल्कि यह हमारी पहचान भी है. उन्होंने आंध्र प्रदेश के सुल्लुरुपेटा रेलवे स्टेशन के उद्घाटन के बाद यह बात कही. इस स्टेशन को अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत 14.5 करोड़ रुपये की लागत से नया रूप दिया गया है. यह अपने आप में अनूठा स्टेशन है. उन्होंने कहा कि भारतीय रेलवे हर दिन दो करोड़ से ज्यादा यात्रियों को ले जाती है और यह दुनिया में सबसे ज्यादा लोगों को रोजगार देने वाला संस्थान है.

उन्होंने कहा कि हमें ऐसे रेलवे स्टेशन चाहिए जो सभी के लिए सुगम हों, कुशल हों और राष्ट्रीय गौरव को दर्शाएं. प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में रेलवे को भारत के विकास के केंद्र में रखा गया है. उनका लक्ष्य है कि रेलवे ढांचे को बेहतर बनाया जाए, यात्रियों का अनुभव सुधरे और स्टेशनों को शहरों के विकास से जोड़ा जाए.
अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत देशभर में 1,300 से अधिक रेलवे स्टेशनों को आधुनिक बनाने की योजना है. सुल्लुरुपेटा स्टेशन तिरुपति जिले में स्थित है, जो धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है. यह भारत के प्रमुख अंतरिक्ष केंद्र श्रीहरिकोटा का सबसे नजदीकी स्टेशन भी है. इस स्टेशन पर अब बेहतर प्रतीक्षालय, शौचालय, प्लेटफॉर्म और स्थानीय संस्कृति को दर्शाने वाला डिजाइन है, जिससे यात्रियों को आरामदायक अनुभव मिलेगा.
11 साल में रेलवे का बजट 10 गुना बढ़ा
पिछले 11 साल में रेलवे का बजट 2009-14 की तुलना में 10 गुना बढ़कर 2025-26 में 9,417 करोड़ रुपये हो गया है. इस दौरान 414 किमी नई रेल लाइनें बनीं, 1,217 किमी लाइनों का डबलिंग हुआ और 3,748 किमी लाइनों का इलेक्ट्रिफिकेशन किया गया. पिछले 11 साल में 34,700 करोड़ रुपये की लागत से 41 रेल परियोजनाओं को मंजूरी दी गई. अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत आंध्र प्रदेश में 73 स्टेशनों को नया रूप दिया जा रहा है, जो एक रिकॉर्ड है.
स्टेशन का नया रूप गर्व की बात
यह विकास रेलवे को और आधुनिक बनाएगा और यात्रियों को बेहतर सुविधाएं प्रदान करेगा. सुल्लुरुपेटा स्टेशन का नया रूप न केवल स्थानीय लोगों के लिए गर्व की बात है, बल्कि यह भारत के रेल नेटवर्क को मजबूत करने की दिशा में एक बड़ा कदम है