लॉ स्टूडेंट यौन शोषण केस: BJP नेता चिन्मयानंद को कोर्ट ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा
बीजेपी नेता स्वामी चिन्मयानंद (Swami Chinmayanand) को गिरफ्तार करने के बाद कोर्ट में पेश किया गया जहां से उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया.
शाहजहांपुर. लॉ स्टूडेंट (Law Student) के यौन शोषण (Sexual Harassment Case) मामले में स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम (SIT) ने पूर्व केंद्रीय गृह राज्यमंत्री और बीजेपी नेता चिन्मयानंद (Chinmyanand) को गिरफ्तार कर लिया है. एसआईटी शुक्रवार को चिन्मयानंद को उसके आश्रम से गिरफ्तार किया. मेडिकल टेस्ट के बाद उन्हें कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है.

चिन्मयानंद की वकील पूजा सिंह ने न्यूज़ एजेंसी ANI को बताया कि चिन्मयानंद को घर से ही गिरफ्तार किया गया है. उन्होंने कहा कि एसआईटी की ओर से अभी तक एफआईआर की कॉपी या फिर अन्य कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है. वकील ने बताया कि एसआईटी ओर से उनके एक परिजन से अरेस्ट मेमो पर साइन कराया गया था, जिसके बाद गिरफ्तारी हुई.
बीते सोमवार को पीड़ित छात्रा का 164 के तहत कलमबंद बयान दर्ज करवाया गया था. उसके बाद से ही पीड़िता आरोपी चिन्मयानंद के खिलाफ रेप का केस दर्ज करने और उसकी गिरफ्तारी की मांग कर रही थी.
पीड़िता ने दी थी आत्मदाह की चेतावनी
पीड़िता ने बुधवार को चिन्मयानंद की गिरफ्तारी न होने की सूरत में आत्मदाह की धमकी दी थी.शाहजहांपुर के एसएस लॉ कॉलेज से एलएलएम की पढ़ाई कर रही छात्रा ने बीते 24 अगस्त को फेसबुक पर एक वीडियो वायरल कर पूर्व केंद्रीय मंत्री पर यौन शोषण का गंभीर आरोप लगाया था. इसके बाद अचानक वो लापता हो गई थी. जिसके बाद उसके अपहरण का मामला दर्ज हुआ था.
अलवर से मिली थी छात्रा
यूपी पुलिस ने 30 अगस्त को राजस्थान के अलवर से पीड़िता और उसके दोस्त को खोज निकाला था. इस मामले में सुप्रीम कोर्ट ने एसआईटी जांच का आदेश दिया है. सोमवार को पीड़िता का 164 के तहत बयान भी दर्ज हो चुका है.
SIT चीफ ने कहा- दबाव में नहीं बदलेगी जांच
रेप और रंगदारी प्रकरण में जांच कर रही एसआइटी के प्रभारी आईजी नवीन अरोड़ा ने कहा है कि उनकी जवाबदेही हाईकोर्ट के प्रति है. जिसका न सिर्फ उन्हें, बल्कि पूरी टीम को अहसास है. दोनों ही मामलों में जांच तेजी से और सही दिशा में चल रही है. किसी के कहने या मीडिया ट्रायल से जांच का रुख नहीं बदला जाएगा.
छह सितंबर के बाद आईजी नवीन अरोड़ा बुधवार शाम एक बार फिर पुलिस लाइंस स्थित अस्थाई कार्यालय में मीडिया से मुखातिब थे. उन्होंने कहा कि दोनों ही मामलों में कड़ी से कड़ी जोड़ी जा रही है. तथ्यों के आधार पर रिपोर्ट तैयार की जा रही हैं. उन्होंने बतया कि जो भी वीडियो क्लिप या साक्ष्य (सबूत) मिले हैं, उनकी सत्यता की जांच की जा रही है.
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