संसद के शीतकालीन सत्र से पहले मंत्री पद से इस्तीफा दे सकते हैं कुशवाहा!
Agency:News18 Bihar
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पटना एयरपोर्ट पर मीडिया से बातचीत में कुशवाहा ने कहा, "यह दुर्भाग्य की बात है कि एनडीए में मेरी उपेक्षा हो रही है."

बिहार एनडीए में आगामी लोकसभा चुनावों के मद्देनजर सीट शेयरिंग को लेकर मचे घमासान के बीच संसद के शीतकालीन सत्र से पहले केंद्रीय मंत्री और राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (आरएलएसपी) अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा मंत्री पद से इस्तीफा दे सकते हैं. सूत्रों के अनुसार मंत्री पद पर इस्तीफा देने से पहले कुशवाहा 6 दिसंबर को मोतिहारी में एनडीए छोड़ने का ऐलान करेंगे. संसद का शीतकालीन सत्र 11 दिसंबर से शुरू हो रहा है.
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इससे पहले, उपेंद्र कुशवाहा शुक्रवार देर शाम दिल्ली से पटना लौट आए. पटना एयरपोर्ट पर मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा, "यह दुर्भाग्य की बात है कि एनडीए में मेरी उपेक्षा हो रही है." आने वाले दिनों में एनडीए के साथ बने रहने के सवाल पर उन्होंने कहा कि इस बात का फैसला पार्टी के कार्यकर्ता लेंगे. कुशवाहा ने बिहार में 'सुशासन' पर भी सवाल उठाया है. राज्य की बिगड़ी कानून-व्यवस्था को लेकर कहा कि आखिर नीतीश कुमार कब तक हमारे कार्यकर्ताओं की बलि लेते रहेंगे.
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बताते चलें कि कुशवाहा ने कोई भी फैसला लेने से पहले पीएम नरेंद्र मोदी से मिलने की इच्छा जताई थी. लेकिन उन्हें इस मुलाकात के लिए समय नहीं दिया गया. इस बीच पीएम मोदी अर्जेंटीना के दौरे पर चले गए. वह दो दिसंबर को वापस लौटेंगे.
बताया जा रहा है कि 4 और 5 दिसंबर को वाल्मीकिनगर में होने वाले आरएलएसपी के चिंतन शिविर में एनडीए से अलग होने पर मंथन होगा. इसके बाद छह दिसंबर को मोतिहारी में होने वाले खुले अधिवेशन में वह एनडीए से अलग होने का ऐलान कर सकते हैं.
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इससे पहले, उपेंद्र कुशवाहा शुक्रवार देर शाम दिल्ली से पटना लौट आए. पटना एयरपोर्ट पर मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा, "यह दुर्भाग्य की बात है कि एनडीए में मेरी उपेक्षा हो रही है." आने वाले दिनों में एनडीए के साथ बने रहने के सवाल पर उन्होंने कहा कि इस बात का फैसला पार्टी के कार्यकर्ता लेंगे. कुशवाहा ने बिहार में 'सुशासन' पर भी सवाल उठाया है. राज्य की बिगड़ी कानून-व्यवस्था को लेकर कहा कि आखिर नीतीश कुमार कब तक हमारे कार्यकर्ताओं की बलि लेते रहेंगे.
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बताते चलें कि कुशवाहा ने कोई भी फैसला लेने से पहले पीएम नरेंद्र मोदी से मिलने की इच्छा जताई थी. लेकिन उन्हें इस मुलाकात के लिए समय नहीं दिया गया. इस बीच पीएम मोदी अर्जेंटीना के दौरे पर चले गए. वह दो दिसंबर को वापस लौटेंगे.
बताया जा रहा है कि 4 और 5 दिसंबर को वाल्मीकिनगर में होने वाले आरएलएसपी के चिंतन शिविर में एनडीए से अलग होने पर मंथन होगा. इसके बाद छह दिसंबर को मोतिहारी में होने वाले खुले अधिवेशन में वह एनडीए से अलग होने का ऐलान कर सकते हैं.
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