MP में भ्रष्टाचार में टॉप पर है राजस्व विभाग, जानिए अब मंत्रीजी क्या कह रहे हैं!
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Agency:News18 Madhya Pradesh
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Anti Corruption News. राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने विभाग में भ्रष्टाचार रोकने के लिए कड़े निर्देश हैं. उन्होंने कहा आम आदमी से सरकारी काम के लिए कोई पैसा लेगा तो उस पर सख्त कार्रवाई होगी. दोषी अफसरों को सस्पेंड करने और बर्खास्त करने के लिए तत्काल कदम उठाए जाएंगे. किसी भी भ्रष्ट अफसर को बख्शा नहीं जाएगा.

भोपाल. भ्रष्ट अफसरों के कारनामों से परेशान सरकार अब उनके खिलाफ तत्काल एक्शन की तैयारी में है. भ्रष्टाचार में टॉप पर रहने वाले राजस्व विभाग से इसकी शुरुआत की जा रही है. राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने विभाग प्रमुख को ऐसे अफसरों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई का निर्देश दिया है.
राजस्व मंत्री गोविंद सिंह राजपूत ने विभाग में भ्रष्टाचार रोकने के लिए कड़े निर्देश हैं. उन्होंने कहा आम आदमी से सरकारी काम के लिए कोई पैसा लेगा तो उस पर सख्त कार्रवाई होगी. दोषी अफसरों को सस्पेंड करने और बर्खास्त करने के लिए तत्काल कदम उठाए जाएंगे. किसी भी भ्रष्ट अफसर को बख्शा नहीं जाएगा.
क्या कहती है रिपोर्ट
एक रिपोर्ट के मुताबिक 2021 में प्रदेश में भ्रष्टाचार के मामले बीते 4 साल की तुलना में सबसे ज्यादा दर्ज हुए हैं. लोकायुक्त पुलिस और ईओडब्लू की रिपोर्ट के मुताबिक सैकड़ों प्रकरण दर्ज किए गए हैं. लोकायुक्त ने 250 और EOW में 91 केस रजिस्टर्ड हुए हैं. 2020 में सिर्फ 118 मामले सामने आए थे. इस लिहाज से 2021 में दर्ज हुए मामलों की संख्या 3 गुना है. भ्रष्टाचार के मामले में राजस्व विभाग टॉप पर है. आय से अधिक संपत्ति और पद के दुरुपयोग के कई अफसरों पर मामले दर्ज हैं. पटवारी, बाबू , नायब तहसीलदार, तहसीलदार से लेकर एसडीएम तक को ट्रैप किया गया है. दूसरे नंबर पर पंचायत विभाग है. जबकि तीसरे नंबर पर पुलिस विभाग और इसके बाद स्वास्थ्य और शिक्षा विभाग है. ऐसे में सरकार के कदम वाकई में कितने असरदार होते हैं. यह भी देखना दिलचस्प होगा.
एक रिपोर्ट के मुताबिक 2021 में प्रदेश में भ्रष्टाचार के मामले बीते 4 साल की तुलना में सबसे ज्यादा दर्ज हुए हैं. लोकायुक्त पुलिस और ईओडब्लू की रिपोर्ट के मुताबिक सैकड़ों प्रकरण दर्ज किए गए हैं. लोकायुक्त ने 250 और EOW में 91 केस रजिस्टर्ड हुए हैं. 2020 में सिर्फ 118 मामले सामने आए थे. इस लिहाज से 2021 में दर्ज हुए मामलों की संख्या 3 गुना है. भ्रष्टाचार के मामले में राजस्व विभाग टॉप पर है. आय से अधिक संपत्ति और पद के दुरुपयोग के कई अफसरों पर मामले दर्ज हैं. पटवारी, बाबू , नायब तहसीलदार, तहसीलदार से लेकर एसडीएम तक को ट्रैप किया गया है. दूसरे नंबर पर पंचायत विभाग है. जबकि तीसरे नंबर पर पुलिस विभाग और इसके बाद स्वास्थ्य और शिक्षा विभाग है. ऐसे में सरकार के कदम वाकई में कितने असरदार होते हैं. यह भी देखना दिलचस्प होगा.
भ्रष्टाचार में राजस्व विभाग टॉप पर
भ्रष्टाचार के मामले में राजस्व विभाग टॉप पर है. सबसे ज्यादा लोकायुक्त ने राजस्व विभाग के अफसरों को रिश्वत लेते हुए ट्रैप किया है. दूसरे विभागों में बढ़ रहे भ्रष्टाचार को लेकर अब कांग्रेस सरकार पर हमलावर है. कांग्रेस प्रवक्ता जेपी धनोपिया ने कहा सरकारी विभागों में पैसे के लेनदेन बिना काम नहीं होता है. मंत्री गोविंद सिंह राजपूत कह रहे हैं आम आदमी से पैसा नहीं लिया जाएगा. लेकिन सक्षम लोगों से वसूली होगी यानि भ्रष्टाचार तो होगा ही. बीजेपी सरकार की कथनी और करनी में बड़ा अंतर है.
भ्रष्टाचार के मामले में राजस्व विभाग टॉप पर है. सबसे ज्यादा लोकायुक्त ने राजस्व विभाग के अफसरों को रिश्वत लेते हुए ट्रैप किया है. दूसरे विभागों में बढ़ रहे भ्रष्टाचार को लेकर अब कांग्रेस सरकार पर हमलावर है. कांग्रेस प्रवक्ता जेपी धनोपिया ने कहा सरकारी विभागों में पैसे के लेनदेन बिना काम नहीं होता है. मंत्री गोविंद सिंह राजपूत कह रहे हैं आम आदमी से पैसा नहीं लिया जाएगा. लेकिन सक्षम लोगों से वसूली होगी यानि भ्रष्टाचार तो होगा ही. बीजेपी सरकार की कथनी और करनी में बड़ा अंतर है.
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