एमएस धोनी के हाथ में विकेटकीपिंग चले जाने पर बोले पार्थिव पटेल, मैं गलत समय पर पैदा...
Agency:News18Hindi
Last Updated:
पार्थिव पटेल (Parthiv patel) ने एमएस धोनी (MS Dhoni) से पहले इंटरनेशनल क्रिकेट में डेब्यू किया था, मगर धोनी के आने के बाद वह टीम में अपनी मजबूत जगह बना पाने में असफल रहे

नई दिल्ली. लंबे समय से टीम इंडिया (Team India) से बाहर चल रहे पार्थिव पटेल (Parthiv patel) एमएस धोनी (MS Dhoni) के समय में खेलने के लिए खुद को बदकिस्मत नहीं मानते. पार्थिव के अनुसार धोनी को मौके मिले, उन्होंने उसका फायदा उठाया. फीचर नेटवर्क के 100 ऑवर्स 100 स्टार्स शो से बात करते हुए पार्थिव पटेल ने कहा कि धोनी के समय में खेलने की वजह से वह खुद को बदकिस्मत नहीं मानते, क्योंकि उन्होंने धोनी से पहले करियर शुरू किया था और उनसे पहले मौके मिले थे. 35 साल के पार्थिव ने कहा कि उस दौरान उनकी कुछ सीरीज खराब गई और उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया. इसके बाद धोनी टीम में आए. इस विकेटकीपर बल्लेबाज ने कहा कि उन्हें पता है कि लोग सांत्वना दिखाने के लिए कहते हैं कि वे गलत समय में पैदा हुए, मगर वे खुद ऐसा नहीं मानते. उन्होंने कहा कि पूर्व भारतीय कप्तान ने जो कुछ भी हासिल किया है, वह बहुत ही ज्यादा खास है और उन्होंने ये सब हासिल खुद को मिले मौके का फायदा उठाकर ही किया है और वह खुद को बदकिस्मत नहीं मानते.
धोनी की कप्तानी में भारत ने जीत दो वर्ल्ड कप
पार्थिव पटेल (Parthiv patel) ने 2002 में भारत की ओर से डेब्यू किया था, मगर वह एमएस धोनी (MS Dhoni) के आने के बाद टीम में मजबूत जगह बनाने में असफल रहे. धोनी ने घरेलू स्तर पर अपनी कुछ बेजोड़ पारियां खेलकर हर किसी का ध्यान अपनी तरफ खींच लिया था और इंटरनेशनल डेब्यू के बाद भी उन्होंने कुछ ऐसा ही किया. कुछ मैचों में फ्लॉप रहने के बाद धोनी ने पाकिस्तान के खिलाफ 148 रन की बड़ी पारी खेली. इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और फिर टीम के लिए कई मैच विनिंग पारियां खेली. 2007 वर्ल्ड कप में पहले ही राउंड से बाहर हो जाने के बाद धोनी ने उसी साल पहले टी20 वर्ल्ड कप के लिए अनुभवहीन टीम की अगुआई करते हुए भारत को ऐतिहासिक खिताब दिलाया. इसके चार साल बाद धोनी की अगुआई में भारत ने 1983 के बाद पहली बार वर्ल्ड कप जीता. धोनी की कप्तानी में भारत ने कई मुश्किल जीत हासिल की और इन्हीं के दम पर धोनी सबसे सफल कप्तानों में से एक बन गए.
नाम उछलने पर बोले पाकिस्तानी दिग्गज वसीम अकरम, ऐसा करने से खुद को रोक रखा है
भारतीय गेंदबाज का खुलासा, एमएस धोनी की डांट से पतलून...
धोनी की कप्तानी में भारत ने जीत दो वर्ल्ड कप
पार्थिव पटेल (Parthiv patel) ने 2002 में भारत की ओर से डेब्यू किया था, मगर वह एमएस धोनी (MS Dhoni) के आने के बाद टीम में मजबूत जगह बनाने में असफल रहे. धोनी ने घरेलू स्तर पर अपनी कुछ बेजोड़ पारियां खेलकर हर किसी का ध्यान अपनी तरफ खींच लिया था और इंटरनेशनल डेब्यू के बाद भी उन्होंने कुछ ऐसा ही किया. कुछ मैचों में फ्लॉप रहने के बाद धोनी ने पाकिस्तान के खिलाफ 148 रन की बड़ी पारी खेली. इसके बाद उन्होंने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और फिर टीम के लिए कई मैच विनिंग पारियां खेली. 2007 वर्ल्ड कप में पहले ही राउंड से बाहर हो जाने के बाद धोनी ने उसी साल पहले टी20 वर्ल्ड कप के लिए अनुभवहीन टीम की अगुआई करते हुए भारत को ऐतिहासिक खिताब दिलाया. इसके चार साल बाद धोनी की अगुआई में भारत ने 1983 के बाद पहली बार वर्ल्ड कप जीता. धोनी की कप्तानी में भारत ने कई मुश्किल जीत हासिल की और इन्हीं के दम पर धोनी सबसे सफल कप्तानों में से एक बन गए.
नाम उछलने पर बोले पाकिस्तानी दिग्गज वसीम अकरम, ऐसा करने से खुद को रोक रखा है
भारतीय गेंदबाज का खुलासा, एमएस धोनी की डांट से पतलून...
और पढ़ें