चीन में महिला फुटबॉल टीम को बाल कलर पर खेलने से रोका, लिपस्टिक और टैटू पर भी बैन
Agency:News18Hindi
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Ban On Chinese Women Soccer: चीन की एक महिला फुटबॉल टीम (Chinese Women Soccer) को मैच खेलने से इसलिए रोक दिया गया क्योंकि टीम की लगभग सभी खिलाड़ियों ने अपने बालों को कलर (Hair Colour) कर लिया था. चीन में महिला फुटबॉल खिलाड़ियों को लिपस्टिक लगाने और टैटू करवाने पर भी बैन है.

बीजिंग. चीन की एक महिला फुटबॉल टीम (Chinese Women Soccer) को मैच खेलने से इसलिए रोक दिया गया क्योंकि टीम की लगभग सभी खिलाड़ियों ने अपने बालों को कलर (Hair Colour) कर लिया था. महिला फुटबॉल का यह मैच फ़ूज़ौ यूनिवर्सिटी और फ़ुज़ियान प्रांत के जिमें यूनिवर्सिटी के बीच होना था लेकिन इससे पहले के खेल शुरू होता उन्हें बताया गया कि उनमें से बहुतों ने टूर्नामेंट के "अजीब" बाल कटाने और आभूषण पहनने पर प्रतिबंध लगाने की नीति का उल्लंघन किया है. शिक्षा मंत्रालय द्वारा जारी नियमों के अनुसार प्रांतीय शिक्षा विभाग की नीतियां अन्य प्रांतों में यूनिवर्सिटी के टूर्नामेंट पर भी लागू होती हैं.
विरोधी टीमों ने बाल कलर करने पर कड़ा एतराज जताया
फ़ूझोउ यूनिवर्सिटी के फिजिकल एजुकेशन डिपार्टमेंट के एक स्टाफ सदस्य ने दैनिक समाचार पत्र कीलु इवनिंग न्यूज को बताया कि थोड़े बहुत बाल रंगवा लेना खराब नहीं लेकिन जिस तरह के विचित्र रंग उनके बालों पर थे, वे कतई ठीक नहीं है. उन्होंने यह भी बताया कि हमारी टीम के एक सदस्य के बाल बहुत अजीब रंग में रंगे हुए थे इसलिए विरोधी टीम ने नियमों के सख्ती से पालन करने की मांग रखी जिसके चलते हमें अयोग्य घोषित कर दिया गया.
लिपस्टिक लगाने पर भी छह महीने खेलने पर लगाई थी पाबंदी
केवल रंगे बाल ही एकमात्र मुद्दा नहीं है जिससे चीनी खिलाड़ियों को चौकन्ना रहने की जरुरत है.
चायनीज़ पब्लिकेशन सॉकर न्यूज़ ने एक रिपोर्ट में बताया कि पिछले साल चीन की अंडर-19 महिलाओं की टीम की तत्कालीन कप्तान शेन मेंगयू को लिपस्टिक लगाने और प्रशिक्षण के समय देर से आने के कारण छह महीने के लिए सभी घरेलू खेलों से बर्खास्त कर दिया गया था.
टैटू बनवाने पर भी है रोक
2018 में चीनी फुटबॉल एसोसिएशन ने खिलाड़ियों को टैटू बनवाने से रोकने के लिए सभी क्लबों को एक निर्देश जारी किया जिसके चलते कुछ खिलाडियों ने इन टैटूओं को ढंकने के लिए पूरी बाजी की स्किन कलर की पट्टियां पहन ली थीं.
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ब्रिटेन में अब होमोसेक्सुअल और बायसेक्सुअल पुरुष कर सकेंगे रक्तदान
इन सभी के विरोध में कहा जा रहा है कि ये सभी खिलाडी हैं न कि अभिनेता. खेलने की भूमिका में इस तरह के तमाशों की जरुरत नहीं है. इन सबका खिलाड़ी की शारीरिक स्थिति या कौशल से कोई लेना देना नहीं है.
विरोधी टीमों ने बाल कलर करने पर कड़ा एतराज जताया
फ़ूझोउ यूनिवर्सिटी के फिजिकल एजुकेशन डिपार्टमेंट के एक स्टाफ सदस्य ने दैनिक समाचार पत्र कीलु इवनिंग न्यूज को बताया कि थोड़े बहुत बाल रंगवा लेना खराब नहीं लेकिन जिस तरह के विचित्र रंग उनके बालों पर थे, वे कतई ठीक नहीं है. उन्होंने यह भी बताया कि हमारी टीम के एक सदस्य के बाल बहुत अजीब रंग में रंगे हुए थे इसलिए विरोधी टीम ने नियमों के सख्ती से पालन करने की मांग रखी जिसके चलते हमें अयोग्य घोषित कर दिया गया.
लिपस्टिक लगाने पर भी छह महीने खेलने पर लगाई थी पाबंदी
केवल रंगे बाल ही एकमात्र मुद्दा नहीं है जिससे चीनी खिलाड़ियों को चौकन्ना रहने की जरुरत है.
चायनीज़ पब्लिकेशन सॉकर न्यूज़ ने एक रिपोर्ट में बताया कि पिछले साल चीन की अंडर-19 महिलाओं की टीम की तत्कालीन कप्तान शेन मेंगयू को लिपस्टिक लगाने और प्रशिक्षण के समय देर से आने के कारण छह महीने के लिए सभी घरेलू खेलों से बर्खास्त कर दिया गया था.
टैटू बनवाने पर भी है रोक
2018 में चीनी फुटबॉल एसोसिएशन ने खिलाड़ियों को टैटू बनवाने से रोकने के लिए सभी क्लबों को एक निर्देश जारी किया जिसके चलते कुछ खिलाडियों ने इन टैटूओं को ढंकने के लिए पूरी बाजी की स्किन कलर की पट्टियां पहन ली थीं.
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